राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज जिले के विभिन्न प्रखंडों में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत महिलाएँ अपने क्षेत्र की समस्याओं और आकांक्षाओं को खुलकर रख रही हैं। इस संवाद मंच पर महिलाएं स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय विकास से जुड़ी मुद्दों पर निडर होकर अपनी बात रख रही हैं।
दिघलबैंक प्रखंड की तुलसिया पंचायत से आईं महजबी बेगम ने सार्वजनिक स्थानों पर स्थायी कूड़ेदान निर्माण की माँग उठाई। उन्होंने कहा कि इससे न केवल कचरा एकत्र करना आसान होगा, बल्कि यह लंबे समय तक उपयोगी रहेगा।
वहीं, कोचाधामन प्रखंड के कमलपुर पंचायत से आईं रंजना देवी ने पोखर और तालाबों के संरक्षण पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि किशनगंज ज़िले में मछली पालन की अपार संभावनाएँ हैं, क्योंकि यहाँ अपेक्षाकृत अधिक वर्षा होती है और यह क्षेत्र अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ा हुआ है। इससे मछली के निर्यात की संभावनाएँ भी बनती हैं। उन्होंने कहा कि तालाबों के संरक्षण से भूजल स्तर भी सुरक्षित रहता है।
कार्यक्रम में महिलाएँ बिना किसी संकोच के अपने गाँव, पंचायत और क्षेत्र से जुड़ी समस्याएँ और अपेक्षाएँ साझा कर रही हैं। यह संवाद मंच न सिर्फ़ उन्हें आवाज़ दे रहा है बल्कि नीति निर्माण में भागीदारी का अवसर भी प्रदान कर रहा है।
सातों प्रखंडों में चल रहा है महिला संवाद
महिला संवाद कार्यक्रम जिले के सभी सात प्रखंडों में प्रतिदिन आयोजित किया जा रहा है। 18 अप्रैल से शुरू हुए इस अभियान के अंतर्गत अब तक 37 दिन में 20 ग्राम संगठनों में संवाद कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। यह कार्यक्रम सुबह और शाम, दो पालियों में आयोजित किया जाता है।
इस कार्यक्रम में लगे जागरूकता वाहन में एलईडी स्क्रीन के ज़रिये सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। साथ ही, महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं पर आधारित लीफलेट्स का वितरण और वाचन भी किया जा रहा है, जिससे महिलाएँ सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक हो सकें।