राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर अपनी मेहनत और जिजीविषा से आर्थिक स्वावलंबन की राह बनाने वाली महिलाएं, संवाद कार्यक्रम में अपने आत्मनिर्भर जीवन और जीवंत अनुभवों से अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रही हैं। महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं को अपना अनुभव साझा करने का अवसर दे रहा है।
महिला संवाद कार्यक्रम में टेढ़ागाछ प्रखंड के हवाकोल पंचायत की कौशल्या देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने नरेश जीविका स्वयं सहायता समूह से ऋण लेकर मक्का की खेती की। इस वर्ष अच्छी फसल हुई है। कुछ अपनी और कुछ बटाई पर जमीन लेकर मक्का की खेती की थी। समूह से आसानी से ऋण मिल जाता है, जिससे खेती–बाड़ी करने में सुविधा हो रही है। पहले अधिक जोत में खेती के लिए पूंजी की कमी रहती थी, लेकिन अब स्वयं सहायता समूह से हम महिलाओं को एक रुपये ब्याज दर पर सहूलियत से ऋण मिल जाता है, जिससे स्वरोजगार करने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है।
वहीं, इसी पंचायत की उर्मिला देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि पहले जीवन घर की चारदीवारी तक सीमित था। अब हम महिलाएं जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़कर साप्ताहिक बैठकें करती हैं। आर्थिक तरक्की के लिए सामूहिक चर्चा कर अपने स्वरोजगार को आगे बढ़ा रही हैं। ऋण का नियमित लेन–देन करती हैं, जिससे स्वरोजगार के लिए पूंजी की कमी नहीं होती। साप्ताहिक बचत करती हैं और समय पर ऋण की वापसी कर अपने समूह की आर्थिक सेहत को बेहतर बनाती हैं। निर्मल जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी उर्मिला देवी समूह से ऋण लेकर खेती–बाड़ी और पशुपालन का कार्य कर रही हैं और अपने स्वरोजगार में तरक्की कर रही हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक प्रगति करने वाली महिलाएं अपना प्रेरणादायक अनुभव साझा कर रही हैं। वहीं, महिला संवाद कार्यक्रम में जागरूकता वाहन के माध्यम से सरकार की योजनाओं पर आधारित वीडियो फिल्म दिखाई जा रही है। कार्यक्रम में सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में क्रियान्वित योजनाओं के बारे में लीफलेट के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं के लिए विचार, सुझाव, समस्याएं और आकांक्षाएं व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम बन रहा है।