जिले में मेगा अंतरा दिवस का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें 168 महिलाओं ने सब-क्यूटेनियस (Sub-Cutaneous) इंजेक्शन को गर्भनिरोधक उपाय के रूप में अपनाया। यह अभियान सदर अस्पताल, सीएचसी बहादुरगंज, एपीएचसी गंगियाहाट, एपीएचसी समेवर और एपीएचसी पलाशमानिनीह सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, प्रभावी और लंबे समय तक संरक्षण देने वाले गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध कराना है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम में नई मजबूती सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने कहा कि परिवार नियोजन सरकार की प्राथमिक योजनाओं में शामिल है। मातृ और शिशु स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आधुनिक गर्भनिरोधक साधन अहम भूमिका निभाते हैं। सब-क्यूटेनियस इंजेक्शन खासतौर पर उन महिलाओं के लिए उपयोगी है जो लंबे समय तक गर्भनिरोध से सुरक्षा चाहती हैं। हर तीन महीने पर दिया जाने वाला यह इंजेक्शन सरल, सुरक्षित और प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा आसानी से लगाया जा सकता है। इसका कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं है और यह महिला की प्रजनन क्षमता पर स्थायी असर भी नहीं डालता। बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा इसे अपनाना जागरूकता और भरोसे का प्रतीक है।
सहयोगी संस्थाओं की अहम भूमिका प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रिजवाना तबस्सुम ने बताया कि इस ड्राइव को सफल बनाने में पीएसआई का विशेष योगदान रहा। संस्थान ने लगातार स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया और गांव-गांव जाकर महिलाओं को इस विकल्प के बारे में जानकारी दी। उनके प्रयासों से महिलाओं में विश्वास बढ़ा और उन्होंने इसे अपनाने में रुचि दिखाई।
सुरक्षित और असरदार उपाय डॉ. चौधरी ने कहा कि सब-क्यूटेनियस इंजेक्शन महिलाओं के लिए सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। जिले की 168 महिलाओं द्वारा इसे अपनाया जाना एक सकारात्मक संकेत है। आने वाले समय में और अधिक महिलाओं तक इस सुविधा को पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।
जिले के विकास से जुड़ा अभियान जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने बताया कि सोमवार से जिले में मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत हुई है। इस अभियान का लक्ष्य है कि हर परिवार तक परिवार नियोजन सेवाएं पहुंचें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसमें बढ़-चढ़कर भाग लें ताकि महिलाओं की सेहत सुरक्षित रहे और समाज के समग्र विकास में योगदान मिल सके।
दो सप्ताह तक जागरूकता कार्यक्रम इस मिशन के तहत दो सप्ताह तक जिले भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित होंगी। इसमें अंतरा इंजेक्शन, नसबंदी, कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग पीएसआई और अन्य विभागों के सहयोग से यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी परिवार नियोजन सेवाओं से वंचित न रहे।
महिलाओं की सुरक्षा, समाज का उत्थान सिविल सर्जन ने कहा कि मेगा अंतरा दिवस पर बड़ी संख्या में महिलाओं का आगे आना न केवल एक जागरूक समाज की ओर इशारा करता है बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी सहायक साबित होगा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से किशनगंज आने वाले समय में परिवार नियोजन के क्षेत्र में मिसाल बन सकता है।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिले में मेगा अंतरा दिवस का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें 168 महिलाओं ने सब-क्यूटेनियस (Sub-Cutaneous) इंजेक्शन को गर्भनिरोधक उपाय के रूप में अपनाया। यह अभियान सदर अस्पताल, सीएचसी बहादुरगंज, एपीएचसी गंगियाहाट, एपीएचसी समेवर और एपीएचसी पलाशमानिनीह सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, प्रभावी और लंबे समय तक संरक्षण देने वाले गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध कराना है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम में नई मजबूती सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी ने कहा कि परिवार नियोजन सरकार की प्राथमिक योजनाओं में शामिल है। मातृ और शिशु स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आधुनिक गर्भनिरोधक साधन अहम भूमिका निभाते हैं। सब-क्यूटेनियस इंजेक्शन खासतौर पर उन महिलाओं के लिए उपयोगी है जो लंबे समय तक गर्भनिरोध से सुरक्षा चाहती हैं। हर तीन महीने पर दिया जाने वाला यह इंजेक्शन सरल, सुरक्षित और प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा आसानी से लगाया जा सकता है। इसका कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं है और यह महिला की प्रजनन क्षमता पर स्थायी असर भी नहीं डालता। बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा इसे अपनाना जागरूकता और भरोसे का प्रतीक है।
सहयोगी संस्थाओं की अहम भूमिका प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रिजवाना तबस्सुम ने बताया कि इस ड्राइव को सफल बनाने में पीएसआई का विशेष योगदान रहा। संस्थान ने लगातार स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया और गांव-गांव जाकर महिलाओं को इस विकल्प के बारे में जानकारी दी। उनके प्रयासों से महिलाओं में विश्वास बढ़ा और उन्होंने इसे अपनाने में रुचि दिखाई।
सुरक्षित और असरदार उपाय डॉ. चौधरी ने कहा कि सब-क्यूटेनियस इंजेक्शन महिलाओं के लिए सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। जिले की 168 महिलाओं द्वारा इसे अपनाया जाना एक सकारात्मक संकेत है। आने वाले समय में और अधिक महिलाओं तक इस सुविधा को पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।
जिले के विकास से जुड़ा अभियान जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने बताया कि सोमवार से जिले में मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत हुई है। इस अभियान का लक्ष्य है कि हर परिवार तक परिवार नियोजन सेवाएं पहुंचें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसमें बढ़-चढ़कर भाग लें ताकि महिलाओं की सेहत सुरक्षित रहे और समाज के समग्र विकास में योगदान मिल सके।
दो सप्ताह तक जागरूकता कार्यक्रम इस मिशन के तहत दो सप्ताह तक जिले भर में विभिन्न गतिविधियां आयोजित होंगी। इसमें अंतरा इंजेक्शन, नसबंदी, कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग पीएसआई और अन्य विभागों के सहयोग से यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी परिवार नियोजन सेवाओं से वंचित न रहे।
महिलाओं की सुरक्षा, समाज का उत्थान सिविल सर्जन ने कहा कि मेगा अंतरा दिवस पर बड़ी संख्या में महिलाओं का आगे आना न केवल एक जागरूक समाज की ओर इशारा करता है बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी सहायक साबित होगा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से किशनगंज आने वाले समय में परिवार नियोजन के क्षेत्र में मिसाल बन सकता है।
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