बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष संचालन को लेकर सम्राट अशोक भवन, खगड़ा में माइक्रो ऑब्जर्वरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान सामान्य प्रेक्षक–55 श्री अवधेश कुमार तिवारी ने मतदान दिवस की संपूर्ण प्रक्रिया — मॉक पोल, ईवीएम एवं वीवीपैट संचालन, मतदाता पहचान, फॉर्म–17C की शुद्ध पूर्ति, तथा मतदान केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने — से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका मतदान की पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि माइक्रो ऑब्जर्वर केवल सामान्य प्रेक्षक को ही प्रत्यक्ष रूप से रिपोर्ट करेंगे। मतदान केंद्र पर यदि किसी प्रकार की असामान्य या आपात स्थिति, विवाद या हिंसा की संभावना दिखे, तो उसकी सूचना तुरंत प्रेक्षक को दी जाए ताकि तत्काल कार्रवाई संभव हो सके।
सत्र के दौरान PO App के उपयोग पर भी तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। प्रेक्षक ने निर्देश दिया कि प्रिज़ाइडिंग ऑफिसर द्वारा ऐप में सभी सूचनाएँ समय पर और सटीक दर्ज की जाएं तथा मतदान समाप्त होने के उपरांत “Close” बटन अवश्य दबाया जाए। मतदान समाप्ति के बाद फॉर्म–17C को पूरी तरह भरकर उसकी प्रति सभी एजेंटों को उपलब्ध कराने और ईवीएम में “Closed” बटन दबाकर प्रक्रिया विधिवत् पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए।
सभी माइक्रो ऑब्जर्वरों को मतदान समाप्ति के बाद 18 बिंदुओं पर आधारित अपनी रिपोर्ट तैयार कर समय पर संबंधित प्रेक्षक को सौंपने के निर्देश दिए गए। साथ ही आपात स्थिति में त्वरित समन्वय हेतु प्रेक्षकों के मोबाइल नंबर भी सभी पर्यवेक्षकों को प्रदान किए गए।
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने अपने संबोधन में कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में माइक्रो ऑब्जर्वरों की भूमिका निष्पक्षता और पारदर्शिता की आधारशिला है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करें और मतदान केंद्रों पर स्वतंत्र, शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित मतदान सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोई भी मतदाता मोबाइल फोन लेकर मतदान केंद्र के भीतर प्रवेश नहीं करेगा। इस हेतु मतदान केंद्रों पर मोबाइल रखने की व्यवस्था की जाएगी। माइक्रो ऑब्जर्वरों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि मतदाताओं की पंक्ति व्यवस्था, पहचान प्रक्रिया और मतदान का संचालन पूर्णतः शांति एवं अनुशासन के साथ संपन्न हो।
अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान प्रक्रिया से संबंधित किसी बिंदु पर शंका हो, तो उसे प्रशिक्षण सत्र के दौरान ही स्पष्ट कर लेना चाहिए ताकि मतदान दिवस पर किसी भी प्रकार की कठिनाई या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष संचालन को लेकर सम्राट अशोक भवन, खगड़ा में माइक्रो ऑब्जर्वरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान सामान्य प्रेक्षक–55 श्री अवधेश कुमार तिवारी ने मतदान दिवस की संपूर्ण प्रक्रिया — मॉक पोल, ईवीएम एवं वीवीपैट संचालन, मतदाता पहचान, फॉर्म–17C की शुद्ध पूर्ति, तथा मतदान केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने — से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका मतदान की पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि माइक्रो ऑब्जर्वर केवल सामान्य प्रेक्षक को ही प्रत्यक्ष रूप से रिपोर्ट करेंगे। मतदान केंद्र पर यदि किसी प्रकार की असामान्य या आपात स्थिति, विवाद या हिंसा की संभावना दिखे, तो उसकी सूचना तुरंत प्रेक्षक को दी जाए ताकि तत्काल कार्रवाई संभव हो सके।
सत्र के दौरान PO App के उपयोग पर भी तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। प्रेक्षक ने निर्देश दिया कि प्रिज़ाइडिंग ऑफिसर द्वारा ऐप में सभी सूचनाएँ समय पर और सटीक दर्ज की जाएं तथा मतदान समाप्त होने के उपरांत “Close” बटन अवश्य दबाया जाए। मतदान समाप्ति के बाद फॉर्म–17C को पूरी तरह भरकर उसकी प्रति सभी एजेंटों को उपलब्ध कराने और ईवीएम में “Closed” बटन दबाकर प्रक्रिया विधिवत् पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए।
सभी माइक्रो ऑब्जर्वरों को मतदान समाप्ति के बाद 18 बिंदुओं पर आधारित अपनी रिपोर्ट तैयार कर समय पर संबंधित प्रेक्षक को सौंपने के निर्देश दिए गए। साथ ही आपात स्थिति में त्वरित समन्वय हेतु प्रेक्षकों के मोबाइल नंबर भी सभी पर्यवेक्षकों को प्रदान किए गए।
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने अपने संबोधन में कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में माइक्रो ऑब्जर्वरों की भूमिका निष्पक्षता और पारदर्शिता की आधारशिला है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करें और मतदान केंद्रों पर स्वतंत्र, शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित मतदान सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोई भी मतदाता मोबाइल फोन लेकर मतदान केंद्र के भीतर प्रवेश नहीं करेगा। इस हेतु मतदान केंद्रों पर मोबाइल रखने की व्यवस्था की जाएगी। माइक्रो ऑब्जर्वरों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि मतदाताओं की पंक्ति व्यवस्था, पहचान प्रक्रिया और मतदान का संचालन पूर्णतः शांति एवं अनुशासन के साथ संपन्न हो।
अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी माइक्रो ऑब्जर्वर को मतदान प्रक्रिया से संबंधित किसी बिंदु पर शंका हो, तो उसे प्रशिक्षण सत्र के दौरान ही स्पष्ट कर लेना चाहिए ताकि मतदान दिवस पर किसी भी प्रकार की कठिनाई या भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।
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