सारस न्यूज, किशनगंज।
विश्व मृदा दिवस के अवसर पर मात्स्यिकी महाविद्यालय अर्राबाड़ी में एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आयोजन के संयोजक एवं महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ वी पी सैनी समेत महाविद्यालय के अन्य विभागों के सहायक प्राध्यापक, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला मत्स्य कार्यालय से मत्स्य विकास पदाधिकारी मनोज कुमार एवं जिले के दर्जनों प्रगतिशील किसानों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रांगण में पौधरोपण के साथ किया गया। पौधरोपण होने के बाद डॉ वी पी सैनी ने किसानों को संबोधित करते हुए वर्तमान परिदृश्य में मृदा के सरंक्षण पर बल दिया एवं खेती में अप्रासंगिक रूप से उपयोग में लाए जाने वाले रासायनिक उर्वरकों एवं दवाओं के दुष्परिणामों से अवगत कराया। उन्होंने भविष्य में इससे होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर कीं। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में किसानों के साथ गोष्ठी एवं संवाद का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के सहायक प्राध्यापकों समेत महाविद्यालय के डीन स्वयं मौजूद रहे। इस संवाद के दौरान जिले के प्रगतिशील किसानों द्वारा मछली पालन से संबंधित समस्याओं को सुना गया एवं मछली पालन से अत्यधिक मुनाफा कमाने के गुर बताए गए। डॉ वी पी सैनी ने अपने उद्बोधन में मत्स्यपालकों से भारत की अपनी प्रजातियों के मछली पालन पर विशिष्ट बल दिया एवं विदेशी मछलियों के नुकसानों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मछली पालन, उत्पादन, संवर्धन एवं विपणन से जुड़ी बहुत सारी जानकारियां साझा की जिसके पश्चात् किसान आत्मविश्वास से लबरेज दिखे। कार्यक्रम के सफल संचालन में कार्यक्रम के आयोजक एवं जलीय पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष तापस पॉल, कार्यक्रम के समन्वयक व जलीय पर्यावरण विभाग के सहायक प्राध्यापक क्रमशः आशुतोष कुमार व मधु कुमारी एवं जलीय जंतु स्वास्थ्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका पुष्पा कुमारी एवं अन्य अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।