राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
नवरात्र के छठे दिन, मंगलवार को माता के छठे शक्ति रूप कात्यायनी की भक्तिपूर्वक पूजा संपन्न हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दुर्गा मंदिरों और पूजा पंडालों में पहुंचे, वहीं कई लोगों ने घरों में भी माता की पूजा-अर्चना की। संध्या के समय, बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा पंडालों और मंदिरों में दीप जलाने आईं। अब बुधवार को सप्तमी के अवसर पर भक्त माता के दर्शन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जब मंदिर के पट खुलेंगे।
पूरे जिले में नवरात्र को लेकर भक्ति का माहौल है और शक्ति की आराधना पूरी धूमधाम से की जा रही है। भक्तों का लगातार आगमन हो रहा है, और संध्या आरती के समय भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। श्रीदुर्गा सप्तशती के पवित्र मंत्रों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है।
पुरोहित गोपाल ठाकुर ने बताया कि नवरात्र के छठे दिन माता के कात्यायनी रूप की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी अपने भक्तों पर पुत्रवत स्नेह बरसाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता की उपासना से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है, और माता के स्मरण मात्र से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। कात्यायनी माता पार्वती के कई नामों में से एक हैं। माता पार्वती के अन्य नाम हैं उमा, गौरी, काली, हेमावती, और ईश्वरी आदि। ज्यादातर लोग कात्यायनी देवी को अत्याचारी राक्षस महिषासुर के वध के रूप में पूजते हैं।