सारस न्यूज, किशनगंज।
जेंडर आधारित हिंसा के विरुद्ध चल रहे 16 दिवसीय अभियान के तहत अशोक सम्राट भवन, किशनगंज में एक दिवसीय उन्मुखीकरण और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम POCSO Act 2012 के प्रावधानों, बच्चों की सुरक्षा, लैंगिक समानता और बाल अधिकारों पर केंद्रित था।
कार्यक्रम में जिले के सभी उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने भाग लिया। जिला पदाधिकारी, किशनगंज के निर्देशानुसार इस जागरूकता कार्यशाला का आयोजन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, ICDS श्रीमती अनिता कुमारी की अध्यक्षता में किया गया।

कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को निम्न महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई—
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का महत्व
- बाल विवाह के दुष्परिणाम एवं कानूनी प्रावधान
- जेंडर आधारित हिंसा और उसके प्रकार
- लैंगिक भेदभाव के प्रभाव
- POCSO Act के तहत बच्चों के अधिकार, सुरक्षा उपाय एवं दंडात्मक प्रावधान
- बालिकाओं और बालकों के लिए विशेष संरक्षण उपाय
शिक्षकों को यह भी बताया गया कि किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में बच्चों को सुरक्षित रखने एवं आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए क्या कदम उठाए जाएँ।
कार्यक्रम में शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिनियुक्त चार प्रशिक्षक—श्रीमती कुमारी गुड्डी, इन्हेसार राही, राजेश कुमार सिंह और पुष्पांजलि कुमारी—ने शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया। साथ ही जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन के जिला मिशन समन्वयक मो. शहबाज आलम, लेखा सहायक बसंत कुमार शर्मा, तथा वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक श्रीमती रोशनी परवीन भी उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यालयों के प्राचार्य व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया।
शिक्षकों ने बताया कि महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा संचालित यह अभियान जिले में जनजागरूकता, व्यवहार परिवर्तन और बाल अधिकारों की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में निरंतर सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
