परिवार नियोजन: मातृ-शिशु स्वास्थ्य का रक्षक जिलाधिकारी का आह्वान: संतुलित परिवार, खुशहाल समाज परिवार नियोजन अभियान: जिले के सीएचओ के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित स्वस्थ परिवार, सुरक्षित भविष्य-सिविल सर्जन।
जिला स्वास्थ्य समिति के प्रांगण में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार नियोजन अभियान को सफल बनाना और समाज में इसके महत्व को व्यापक रूप से प्रचारित करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ. अनीता और जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने किया।
परिवार नियोजन: मातृ-शिशु स्वास्थ्य का रक्षक
डॉ. अनीता ने प्रतिभागियों को परिवार नियोजन के विभिन्न तरीकों, उनके उपयोग, और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के उपायों पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मातृ और शिशु स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। उन्होंने जोर दिया कि समाज के सभी वर्गों को इस अभियान में शामिल करना आवश्यक है।
सभी वर्गों तक पहुंचाएंगे जानकारी: योजना समन्वयक
जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर दंपत्ति को परिवार नियोजन के साधनों की सही जानकारी और सुविधाएं मिलें। सभी सीएचओ को समुदाय के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य करना होगा।”
स्वस्थ परिवार, सुरक्षित भविष्य
सिविल सर्जन किशनगंज, डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “परिवार नियोजन प्रत्येक व्यक्ति के लिए जरूरी है। यह न केवल परिवार की आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। सीएचओ को समुदाय में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी निभानी होगी। सरकार द्वारा प्रदान की जा रही मुफ्त सुविधाओं की जानकारी हर व्यक्ति तक पहुंचानी चाहिए।”
जिलाधिकारी का आह्वान: संतुलित परिवार, खुशहाल समाज
जिलाधिकारी विशाल राज ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “हमारा समाज तभी प्रगति कर सकता है, जब परिवारों में संतुलन और योजना हो। परिवार नियोजन से महिला सशक्तिकरण और बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखी जा सकती है। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाएं।”
समुदाय में गलत धारणाओं को करेंगे दूर: सीएचओ
कार्यक्रम के दौरान सीएचओ को समुदाय में जाकर लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के बारे में जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें बताया गया कि महिला और पुरुष नसबंदी, गर्भनिरोधक गोलियां, कंडोम और अन्य साधनों का प्रभावी उपयोग कैसे किया जा सकता है। सीएचओ ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि समाज में कई बार गलत धारणाओं के कारण लोग परिवार नियोजन साधनों का उपयोग करने से कतराते हैं। ऐसे में उनकी भूमिका लोगों को सही जानकारी देने और विश्वास बनाने में महत्वपूर्ण होगी।
परिवार नियोजन: स्थिर समाज की नींव
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि परिवार नियोजन एक स्वस्थ, शिक्षित, और सशक्त समाज की नींव है। यह न केवल जनसंख्या नियंत्रण में सहायक है, बल्कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा भी करता है।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस पहल से किशनगंज जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम को नई गति मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समुदाय के लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और इसे सफल बनाएंगे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिला स्वास्थ्य समिति के प्रांगण में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार नियोजन अभियान को सफल बनाना और समाज में इसके महत्व को व्यापक रूप से प्रचारित करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ. अनीता और जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने किया।
परिवार नियोजन: मातृ-शिशु स्वास्थ्य का रक्षक
डॉ. अनीता ने प्रतिभागियों को परिवार नियोजन के विभिन्न तरीकों, उनके उपयोग, और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के उपायों पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मातृ और शिशु स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। उन्होंने जोर दिया कि समाज के सभी वर्गों को इस अभियान में शामिल करना आवश्यक है।
सभी वर्गों तक पहुंचाएंगे जानकारी: योजना समन्वयक
जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर दंपत्ति को परिवार नियोजन के साधनों की सही जानकारी और सुविधाएं मिलें। सभी सीएचओ को समुदाय के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य करना होगा।”
स्वस्थ परिवार, सुरक्षित भविष्य
सिविल सर्जन किशनगंज, डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “परिवार नियोजन प्रत्येक व्यक्ति के लिए जरूरी है। यह न केवल परिवार की आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। सीएचओ को समुदाय में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी निभानी होगी। सरकार द्वारा प्रदान की जा रही मुफ्त सुविधाओं की जानकारी हर व्यक्ति तक पहुंचानी चाहिए।”
जिलाधिकारी का आह्वान: संतुलित परिवार, खुशहाल समाज
जिलाधिकारी विशाल राज ने कार्यक्रम के दौरान कहा, “हमारा समाज तभी प्रगति कर सकता है, जब परिवारों में संतुलन और योजना हो। परिवार नियोजन से महिला सशक्तिकरण और बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रखी जा सकती है। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाएं।”
समुदाय में गलत धारणाओं को करेंगे दूर: सीएचओ
कार्यक्रम के दौरान सीएचओ को समुदाय में जाकर लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के बारे में जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें बताया गया कि महिला और पुरुष नसबंदी, गर्भनिरोधक गोलियां, कंडोम और अन्य साधनों का प्रभावी उपयोग कैसे किया जा सकता है। सीएचओ ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि समाज में कई बार गलत धारणाओं के कारण लोग परिवार नियोजन साधनों का उपयोग करने से कतराते हैं। ऐसे में उनकी भूमिका लोगों को सही जानकारी देने और विश्वास बनाने में महत्वपूर्ण होगी।
परिवार नियोजन: स्थिर समाज की नींव
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि परिवार नियोजन एक स्वस्थ, शिक्षित, और सशक्त समाज की नींव है। यह न केवल जनसंख्या नियंत्रण में सहायक है, बल्कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा भी करता है।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस पहल से किशनगंज जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम को नई गति मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समुदाय के लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और इसे सफल बनाएंगे।