बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर सीमांचल की सियासत गरमाती जा रही है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को किशनगंज जिले के पोठिया में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान ओवैसी ने सीमांचल के पिछड़ेपन को मुद्दा बनाते हुए केंद्र और राज्य सरकारों पर जमकर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि आज़ादी के इतने सालों बाद भी सीमांचल का हाल नहीं बदला। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोज़गार – हर क्षेत्र में यह इलाका पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा, “सीमांचल के लोगों ने हर सरकार पर भरोसा किया, लेकिन किसी ने भी हमारे क्षेत्र के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास नहीं किया। यहां की गरीबी, बेरोज़गारी और पलायन बताता है कि अब तक सिर्फ वोट लेने की राजनीति हुई है, काम की नहीं।”
जनसभा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिनमें युवाओं और महिलाओं की मौजूदगी भी देखी गई। ओवैसी ने अपने संबोधन में सीमांचल के अधिकार और सम्मान की बात उठाई। उन्होंने कहा कि AIMIM सीमांचल की आवाज़ को विधानसभा तक पहुंचाने का काम करेगी।
ओवैसी ने इस मौके पर यह भी कहा कि अगर जनता उन्हें मौका देती है, तो पार्टी सीमांचल के विकास के लिए ठोस योजनाएं लेकर आएगी। उन्होंने कहा, “हम वादे नहीं, काम दिखाना चाहते हैं। सीमांचल की सड़कों से लेकर स्कूलों तक, हर जगह बदलाव लाना हमारा लक्ष्य है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीमांचल में ओवैसी की सक्रियता से मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। यहां मुस्लिम वोट बैंक पर सभी दलों की नज़र है, और AIMIM की बढ़ती पकड़ बाकी पार्टियों के लिए चुनौती बन सकती है।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर सीमांचल की सियासत गरमाती जा रही है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को किशनगंज जिले के पोठिया में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान ओवैसी ने सीमांचल के पिछड़ेपन को मुद्दा बनाते हुए केंद्र और राज्य सरकारों पर जमकर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि आज़ादी के इतने सालों बाद भी सीमांचल का हाल नहीं बदला। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोज़गार – हर क्षेत्र में यह इलाका पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा, “सीमांचल के लोगों ने हर सरकार पर भरोसा किया, लेकिन किसी ने भी हमारे क्षेत्र के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास नहीं किया। यहां की गरीबी, बेरोज़गारी और पलायन बताता है कि अब तक सिर्फ वोट लेने की राजनीति हुई है, काम की नहीं।”
जनसभा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिनमें युवाओं और महिलाओं की मौजूदगी भी देखी गई। ओवैसी ने अपने संबोधन में सीमांचल के अधिकार और सम्मान की बात उठाई। उन्होंने कहा कि AIMIM सीमांचल की आवाज़ को विधानसभा तक पहुंचाने का काम करेगी।
ओवैसी ने इस मौके पर यह भी कहा कि अगर जनता उन्हें मौका देती है, तो पार्टी सीमांचल के विकास के लिए ठोस योजनाएं लेकर आएगी। उन्होंने कहा, “हम वादे नहीं, काम दिखाना चाहते हैं। सीमांचल की सड़कों से लेकर स्कूलों तक, हर जगह बदलाव लाना हमारा लक्ष्य है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सीमांचल में ओवैसी की सक्रियता से मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। यहां मुस्लिम वोट बैंक पर सभी दलों की नज़र है, और AIMIM की बढ़ती पकड़ बाकी पार्टियों के लिए चुनौती बन सकती है।
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