सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिला पुलिस प्रशासन ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण के लिए अपनी निगरानी और सख्ती को और अधिक तेज़ कर दिया है। इसी क्रम में कुर्लीकोट थाना परिसर में गुंडा पंजी में दर्ज कुल 48 असामाजिक तत्वों की परेड कराई गई। इस कार्रवाई का नेतृत्व एसडीपीओ टू मंगलेश कुमार सिंह ने किया। यह पहल पुलिस अधीक्षक सागर कुमार के निर्देश और राज्य मुख्यालय के मार्गदर्शन में की गई।
इस परेड का मुख्य उद्देश्य असामाजिक तत्वों में कानून का भय उत्पन्न करना और आम जनता को यह भरोसा दिलाना है कि पुलिस ऐसे तत्वों पर निरंतर निगरानी बनाए हुए है। इस पहल के तहत न केवल परेड कराई जा रही है, बल्कि नामित व्यक्तियों के आचरण की समीक्षा कर उनके पुनर्वास की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं।
गुंडा पंजी में नामित जिन व्यक्तियों की परेड कराई गई, वे 15 विभिन्न श्रेणियों में आते हैं — जैसे कि शराब सेवन करने वाले, तस्कर, मादक पदार्थों के कारोबारी, ब्लैकमेलर, जुआरी, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले और सार्वजनिक परिवहन में उपद्रव मचाने वाले।
एसडीपीओ टू मंगलेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि यदि किसी नामित व्यक्ति के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन देखा जाता है, तो उसका नाम गुंडा पंजी से हटाकर उसे समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभियान सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में नियमित रूप से चलता रहेगा और सभी नामित व्यक्तियों की पहचान, सत्यापन एवं निगरानी की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी।
इस अवसर पर कुर्लीकोट थानाध्यक्ष सिद्धार्थ कुमार सहित कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे। यह पहल न केवल अपराध नियंत्रण की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास का माहौल स्थापित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।