किशनगंज जिले के पिखाना रोड स्थित AIMIM नेता डॉ. बरकतुल्लाह के नर्सिंग होम में बुधवार को मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम परिसर में तोड़फोड़ की और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के गोवालपोखर थाना क्षेत्र के बिपरीत इलाके निवासी 50 वर्षीय जहांगीर आलम शनिवार को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें किशनगंज के इस नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत को देखते हुए ऑपरेशन की आवश्यकता बताई गई।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की अनुपस्थिति और इलाज में देरी के कारण मरीज की स्थिति बिगड़ती गई। बाद में उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का दावा है कि मरीज की मौत नर्सिंग होम में ही हो चुकी थी, लेकिन देर से रेफर किया गया।
मौत की खबर फैलते ही परिजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और नर्सिंग होम में हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति संभाली और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और परिजनों तथा नर्सिंग होम स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, नर्सिंग होम प्रशासन ने इस मामले पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के पिखाना रोड स्थित AIMIM नेता डॉ. बरकतुल्लाह के नर्सिंग होम में बुधवार को मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम परिसर में तोड़फोड़ की और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के गोवालपोखर थाना क्षेत्र के बिपरीत इलाके निवासी 50 वर्षीय जहांगीर आलम शनिवार को एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें किशनगंज के इस नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत को देखते हुए ऑपरेशन की आवश्यकता बताई गई।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की अनुपस्थिति और इलाज में देरी के कारण मरीज की स्थिति बिगड़ती गई। बाद में उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का दावा है कि मरीज की मौत नर्सिंग होम में ही हो चुकी थी, लेकिन देर से रेफर किया गया।
मौत की खबर फैलते ही परिजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और नर्सिंग होम में हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति संभाली और हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और परिजनों तथा नर्सिंग होम स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, नर्सिंग होम प्रशासन ने इस मामले पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
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