किशनगंज जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में आयोजित की गई। बैठक में ADM, DM सहित प्रशासनिक अधिकारियों एवं शांति समिति के सदस्यों ने भाग लिया। इसमें आगामी पूजा-पर्व एवं त्योहारों को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु विभिन्न दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में यह संकल्प लिया गया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामनवमी एवं अन्य पर्व शांति और सद्भाव के साथ मनाए जाएंगे।
शांति समिति द्वारा उठाए गए मुख्य बिंदु:
✅ रामनवमी शोभायात्रा पूर्व निर्धारित मार्गों से ही निकाली जाएगी। ✅ संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां प्रशासन की विशेष निगरानी रखी जाएगी। ✅ डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध, प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी रखी जाएगी। ✅ सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील गीतों के प्रसारण पर रोक। ✅ नगर परिषद से अनुरोध किया गया कि शहर के विभिन्न स्थानों पर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। ✅ पानी, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग। ✅ सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स की निगरानी के लिए साइबर सेल को सक्रिय करने की आवश्यकता। ✅ संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की मांग। ✅ असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने एवं आवश्यकतानुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग।
बैठक में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों और शांति समिति के सदस्यों ने इन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।
अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान ने कहा:
“शांति समिति की बैठक प्रमुख त्योहारों एवं पूजा के दौरान आयोजित की जाती है, ताकि सभी सदस्य अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। जुलूस शांतिपूर्ण निकले, इसमें किसी भी प्रकार के प्रतिबंधित नारे नहीं लगाए जाएं। शोभायात्रा के दौरान डीजे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। पर्व के दौरान अधिक से अधिक स्वयंसेवकों (मॉनीटरिंग टीम) की तैनाती की जाएगी और उन्हें पहचान पत्र जारी किया जाएगा।”
अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज ने कहा:
“किशनगंज जिले में गंगा-जमुनी तहज़ीब को बनाए रखने में वर्षों का समय लगा है, लेकिन इसे बिगाड़ने में ज्यादा समय नहीं लगता। शांति समिति से अनुरोध है कि इस छवि को बनाए रखें। प्रशासन किसी भी समस्या से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया (Quick Response) के लिए तैयार है। किसी भी पर्व या त्यौहार में शक्ति प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।”
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा:
“कई मुद्दों का समाधान किया जा चुका है और प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए है। किशनगंज की राज्य स्तर पर साम्प्रदायिक सौहार्द की छवि बन रही है, इसे बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। किसी भी छोटी घटना को भी गंभीरता से लिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई होगी। विवादित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर समिति स्तर पर सुलझाने की कोशिश की जाए और प्रशासन को भी सूचित किया जाए।
डीजे संचालकों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया गया है और सख्त निर्देश दिए गए हैं। शोभायात्रा के दौरान बिजली बंद रखी जाएगी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। यह शहर हम सबकी धरोहर है, इसकी छवि धूमिल न हो, इसका ध्यान रखा जाए। सोशल मीडिया पर प्रशासन की सख्त निगरानी रहेगी और सभी नागरिकों से सकारात्मक टिप्पणियां करने की अपील की गई है।
शहर में 60-70 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है, और जल्द ही बाकी स्थानों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। चिन्हित स्थानों पर जीवन रक्षक दवाइयों के साथ एंबुलेंस तैनात की जाएगी। असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि किसी भी छोटी घटना को अनदेखा न किया जाए, क्योंकि उसे मुद्दा बनाकर बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है। शोभायात्रा की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।”
बैठक में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, नागरिक एकता मंच एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रशासन ने सभी समुदायों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिला पदाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में आयोजित की गई। बैठक में ADM, DM सहित प्रशासनिक अधिकारियों एवं शांति समिति के सदस्यों ने भाग लिया। इसमें आगामी पूजा-पर्व एवं त्योहारों को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु विभिन्न दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में यह संकल्प लिया गया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामनवमी एवं अन्य पर्व शांति और सद्भाव के साथ मनाए जाएंगे।
शांति समिति द्वारा उठाए गए मुख्य बिंदु:
✅ रामनवमी शोभायात्रा पूर्व निर्धारित मार्गों से ही निकाली जाएगी। ✅ संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां प्रशासन की विशेष निगरानी रखी जाएगी। ✅ डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध, प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी रखी जाएगी। ✅ सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील गीतों के प्रसारण पर रोक। ✅ नगर परिषद से अनुरोध किया गया कि शहर के विभिन्न स्थानों पर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। ✅ पानी, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग। ✅ सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स की निगरानी के लिए साइबर सेल को सक्रिय करने की आवश्यकता। ✅ संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की मांग। ✅ असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने एवं आवश्यकतानुसार कड़ी कार्रवाई करने की मांग।
बैठक में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों और शांति समिति के सदस्यों ने इन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।
अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान ने कहा:
“शांति समिति की बैठक प्रमुख त्योहारों एवं पूजा के दौरान आयोजित की जाती है, ताकि सभी सदस्य अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। जुलूस शांतिपूर्ण निकले, इसमें किसी भी प्रकार के प्रतिबंधित नारे नहीं लगाए जाएं। शोभायात्रा के दौरान डीजे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। पर्व के दौरान अधिक से अधिक स्वयंसेवकों (मॉनीटरिंग टीम) की तैनाती की जाएगी और उन्हें पहचान पत्र जारी किया जाएगा।”
अपर समाहर्ता अमरेन्द्र कुमार पंकज ने कहा:
“किशनगंज जिले में गंगा-जमुनी तहज़ीब को बनाए रखने में वर्षों का समय लगा है, लेकिन इसे बिगाड़ने में ज्यादा समय नहीं लगता। शांति समिति से अनुरोध है कि इस छवि को बनाए रखें। प्रशासन किसी भी समस्या से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया (Quick Response) के लिए तैयार है। किसी भी पर्व या त्यौहार में शक्ति प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।”
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा:
“कई मुद्दों का समाधान किया जा चुका है और प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए है। किशनगंज की राज्य स्तर पर साम्प्रदायिक सौहार्द की छवि बन रही है, इसे बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। किसी भी छोटी घटना को भी गंभीरता से लिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई होगी। विवादित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर समिति स्तर पर सुलझाने की कोशिश की जाए और प्रशासन को भी सूचित किया जाए।
डीजे संचालकों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया गया है और सख्त निर्देश दिए गए हैं। शोभायात्रा के दौरान बिजली बंद रखी जाएगी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। यह शहर हम सबकी धरोहर है, इसकी छवि धूमिल न हो, इसका ध्यान रखा जाए। सोशल मीडिया पर प्रशासन की सख्त निगरानी रहेगी और सभी नागरिकों से सकारात्मक टिप्पणियां करने की अपील की गई है।
शहर में 60-70 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है, और जल्द ही बाकी स्थानों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। चिन्हित स्थानों पर जीवन रक्षक दवाइयों के साथ एंबुलेंस तैनात की जाएगी। असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि किसी भी छोटी घटना को अनदेखा न किया जाए, क्योंकि उसे मुद्दा बनाकर बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है। शोभायात्रा की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।”
बैठक में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, नागरिक एकता मंच एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रशासन ने सभी समुदायों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।