किशनगंज शनिवार रात को पोठिया थाना क्षेत्र के नोकट्टा पंचायत के वार्ड संख्या 11 चनामना मिलिकबस्ती गांव में मोहम्मद सलाउद्दीन के घर अचानक आग लगने से मोहम्मद सलाउद्दीन की पत्नी अंजुरा खातून 32 तथा तीन वर्षीय पुत्री रिया बेगम व 5 वर्षीय फलक नाज की झुलस कर मौत हो गई है। आग लगने का कारण द्वेष की वजह स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि घर के दरवाजे के नीचे से किसी ने पेट्रोल डाल आग लगा दिया है।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही पोठिया थानाध्यक्ष निशाकान्त कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंच जांच में जुट चुके हैं। बताते चलें की शनिवार को तकरीबन बारह बजे रात को चनामना गांव में उस समय कोहराम मच गया जब लोगों ने सलाउद्दीन के घर से आग की उठती चिंगारी को देखा। दरअसल सलाउद्दीन का घर पक्के का और छत एल्वेस्टर तथा जिस रुम में तीनों माँ बेटी सोई हुई थी उसमें लोहे के चदरा का गेट अंदर से कुंडली लगा था। अंदर से कुंडली बंद रहने के कारण ग्रामीणों से दरवाजा खुल नहीं रहा था। वहीं जब अंदर से चिल्लाने की तेज आवाज आने लगी तो परोस के 55 वार्षिय अब्दुल मजीद द्वारा गेट खोलने प्रयास किया गया। मगर लोहे के गेट होने के कारण गेट खुल न सका। वहीं बाहर से लोगों के आवाज सुनने पर घर के अंदर से पांच वर्षीय झुलसी हुई फलक नाज दरवाजे की कुंडली को खोला। मगर तब तक काफी देर हो गई थी। तीनो की शरीर काफी जल चुका था। आननफानन में ग्रामीणों व स्वजन तीनों को बंगाल के इस्लामपुर सदर अस्पताल इलाज हेतु ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों द्वारा बेहतर इलाज हेतु तीनों को बंगाल के सिलीगुड़ी मेडिकल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां अंजुरा खातून 32 तथा अंजुरा खातून की छोटी बच्ची रिया बेगम की मौत हो गई। वहीं जब इन दोनों के शव को घर लाया जा रहा था। तो इसी क्रम में 5 वर्षीय फलक नाज की भी रास्ते मे ही मौत हो गयी। वहीं घटना की जानकारी देते हुए पोठिया थानाध्यक्ष निशाकान्त कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया से यह लग रहा है कि आग से जलने के वजह से मौत हुई है। पीड़ित परिवार के लिखित आवेदन व बयान के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
सारस न्यूज, पोठिया।
किशनगंज शनिवार रात को पोठिया थाना क्षेत्र के नोकट्टा पंचायत के वार्ड संख्या 11 चनामना मिलिकबस्ती गांव में मोहम्मद सलाउद्दीन के घर अचानक आग लगने से मोहम्मद सलाउद्दीन की पत्नी अंजुरा खातून 32 तथा तीन वर्षीय पुत्री रिया बेगम व 5 वर्षीय फलक नाज की झुलस कर मौत हो गई है। आग लगने का कारण द्वेष की वजह स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि घर के दरवाजे के नीचे से किसी ने पेट्रोल डाल आग लगा दिया है।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही पोठिया थानाध्यक्ष निशाकान्त कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंच जांच में जुट चुके हैं। बताते चलें की शनिवार को तकरीबन बारह बजे रात को चनामना गांव में उस समय कोहराम मच गया जब लोगों ने सलाउद्दीन के घर से आग की उठती चिंगारी को देखा। दरअसल सलाउद्दीन का घर पक्के का और छत एल्वेस्टर तथा जिस रुम में तीनों माँ बेटी सोई हुई थी उसमें लोहे के चदरा का गेट अंदर से कुंडली लगा था। अंदर से कुंडली बंद रहने के कारण ग्रामीणों से दरवाजा खुल नहीं रहा था। वहीं जब अंदर से चिल्लाने की तेज आवाज आने लगी तो परोस के 55 वार्षिय अब्दुल मजीद द्वारा गेट खोलने प्रयास किया गया। मगर लोहे के गेट होने के कारण गेट खुल न सका। वहीं बाहर से लोगों के आवाज सुनने पर घर के अंदर से पांच वर्षीय झुलसी हुई फलक नाज दरवाजे की कुंडली को खोला। मगर तब तक काफी देर हो गई थी। तीनो की शरीर काफी जल चुका था। आननफानन में ग्रामीणों व स्वजन तीनों को बंगाल के इस्लामपुर सदर अस्पताल इलाज हेतु ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों द्वारा बेहतर इलाज हेतु तीनों को बंगाल के सिलीगुड़ी मेडिकल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां अंजुरा खातून 32 तथा अंजुरा खातून की छोटी बच्ची रिया बेगम की मौत हो गई। वहीं जब इन दोनों के शव को घर लाया जा रहा था। तो इसी क्रम में 5 वर्षीय फलक नाज की भी रास्ते मे ही मौत हो गयी। वहीं घटना की जानकारी देते हुए पोठिया थानाध्यक्ष निशाकान्त कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया से यह लग रहा है कि आग से जलने के वजह से मौत हुई है। पीड़ित परिवार के लिखित आवेदन व बयान के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
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