सारस न्यूज टीम, पौआखाली।
जिला पदाधिकारी के निर्देश पर पौआखाली नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रामविलास दास ने मंगलवार को पौआखाली नगर पंचायत क्षेत्र में चल रहे अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक एवं पारा मेडिकल लैबों की स्थलीय जांच किया। गौरतलब हो कि सिविल सर्जन के अनुसार पूरे जिले में मात्र 17 नर्सिंग होम एवं जांच घरों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। जिला पदाधिकारी उक्त सूची के अलावे अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम की सूची मांगी है। इस संबंध में पौआखाली नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी रामविलास दास ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच के आधार पर अनिबंधित नर्सिंग होम क्लीनिक एवं जांच केंद्रों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पौआखाली नगर क्षेत्र अंतर्गत जांच में केवल दो संचालकों ने अपना निबंधन पत्र दिखाया है। इधर जिला प्रशासन के हरकत में आते ही नर्सिंग होम, क्लिनिक, जांच केंद्र के संचालकों द्वारा नगर प्रशासन से एनओसी लेने के लिए काफी होड़ मची हुई है। बताया जाता है कि एनओसी लेकर ऐसे केंद्र संचालक सिविल सर्जन को आवेदन दे रहे हैं। आयुर्वेद एवं होमियोपैथ के डिग्रीधारी द्वारा एलोपैथी के क्लिनिक संचालन की बात सामने आई है। जानकारों की माने तो चिकित्सकों की मेडिकल डिग्री भी चिकित्सकीय मानकों के अनुरूप नहीं है। साथ ही इन क्लीनिकों में इमरजेंसी सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है।