प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान (PMSMA) भारत सरकार की मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की एक सशक्त पहल है। यह अभियान सतत विकास लक्ष्य (SDG) “सभी के लिए स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करना” को साकार करने की दिशा में अहम भूमिका निभा रहा है। PMSMA के तहत मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने और गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में PMSMA के तहत गर्भवती माताओं की नि:शुल्क जांच का आयोजन किया गया।
मातृत्व स्वास्थ्य की दिशा में सशक्त पहल
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान जिले में मातृत्व स्वास्थ्य को सुधारने और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह माताओं को स्वस्थ जीवन जीने और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करता है।”
उन्होंने बताया कि यह अभियान स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक है। इसके माध्यम से माताओं और शिशुओं को स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित पहुंच सुनिश्चित की जा रही है।
स्वास्थ्य सेवा को नए आयाम
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “यह अभियान मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की समय पर पहचान करने का प्रभावी माध्यम है।”
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने कहा कि नियमित जांच और पोषण संबंधी जागरूकता न केवल गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि शिशु के समग्र विकास में भी मदद करती है।
मुफ्त जांच और विशेष सेवाएं: स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम
PMSMA के तहत गर्भवती महिलाओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान की जाती हैं:
स्वास्थ्य जांच: ब्लड प्रेशर, शुगर, एनीमिया, और वजन की जांच।
जटिलताओं का निदान: उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं (HRP) की पहचान और उपचार।
पोषण जागरूकता: सही खानपान और पोषण के महत्व पर जानकारी।
विशेषज्ञ सेवाएं: जटिल मामलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की परामर्श सेवाएं।
ग्रामीण क्षेत्रों में PMSMA का प्रभाव
ग्रामीण क्षेत्रों में PMSMA ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाया है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि यह अभियान सुदूर इलाकों में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का वरदान है।
जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने की अपील
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे गर्भवती महिलाओं को PMSMA का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “इस योजना के माध्यम से महिलाओं और शिशुओं के जीवन को सुरक्षित करने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। हर गर्भवती महिला को अपनी और अपने शिशु की सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान ने न केवल मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है, बल्कि महिलाओं को एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य का विश्वास भी दिलाया है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान (PMSMA) भारत सरकार की मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की एक सशक्त पहल है। यह अभियान सतत विकास लक्ष्य (SDG) “सभी के लिए स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करना” को साकार करने की दिशा में अहम भूमिका निभा रहा है। PMSMA के तहत मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने और गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में PMSMA के तहत गर्भवती माताओं की नि:शुल्क जांच का आयोजन किया गया।
मातृत्व स्वास्थ्य की दिशा में सशक्त पहल
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान जिले में मातृत्व स्वास्थ्य को सुधारने और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। यह माताओं को स्वस्थ जीवन जीने और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करता है।”
उन्होंने बताया कि यह अभियान स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक है। इसके माध्यम से माताओं और शिशुओं को स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित पहुंच सुनिश्चित की जा रही है।
स्वास्थ्य सेवा को नए आयाम
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “यह अभियान मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की समय पर पहचान करने का प्रभावी माध्यम है।”
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने कहा कि नियमित जांच और पोषण संबंधी जागरूकता न केवल गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि शिशु के समग्र विकास में भी मदद करती है।
मुफ्त जांच और विशेष सेवाएं: स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम
PMSMA के तहत गर्भवती महिलाओं को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान की जाती हैं:
स्वास्थ्य जांच: ब्लड प्रेशर, शुगर, एनीमिया, और वजन की जांच।
जटिलताओं का निदान: उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं (HRP) की पहचान और उपचार।
पोषण जागरूकता: सही खानपान और पोषण के महत्व पर जानकारी।
विशेषज्ञ सेवाएं: जटिल मामलों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की परामर्श सेवाएं।
ग्रामीण क्षेत्रों में PMSMA का प्रभाव
ग्रामीण क्षेत्रों में PMSMA ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाया है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि यह अभियान सुदूर इलाकों में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का वरदान है।
जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने की अपील
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे गर्भवती महिलाओं को PMSMA का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “इस योजना के माध्यम से महिलाओं और शिशुओं के जीवन को सुरक्षित करने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। हर गर्भवती महिला को अपनी और अपने शिशु की सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान ने न केवल मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है, बल्कि महिलाओं को एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य का विश्वास भी दिलाया है।
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