प्रशांत किशोर का तेजस्वी यादव पर तंज, बोले-जिस तरह की राजनीति ये करते हैं कि वो जमाना चला गया। जब किसी पर सीबीआई चार्जशीट कर दे और वो इस्तीफा दे दे, राजनीतिक मोरालिटी जीरो है इनकी।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों की जांच पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीतिक मोरालिटी का जो कंपास है वो इतना लो हो गया है, नीचे गिर गया है कि वो जमाना चला गया कि किसी पर सीबीआई या कोई भी जांच एजेंसी चार्जशीट दायर कर दे और कोई इस्तीफा दे दे। मुझे तो नहीं लगता कि जिस तरह की राजनीति ये लोग कर रहे हैं, उस हिसाब से सीबीआई के चार्जशीट करने पर ये इस्तीफा देने वाले हैं या पद छोड़ने वाले हैं।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जहां तक बिहार सरकार की स्थिरता का सवाल है मेरी जो थोड़ी बहुत समझ है मैं नहीं समझता हूं कि लोकसभा चुनाव-2024 से पहले कोई परिवर्तन बिहार में होने वाला है। जिस दिन ये महागठबंधन बना था और कुछ लोग उत्साह में बता रहे थे कि इसका देशव्यापी असर होगा। उस दिन भी मैंने कहा था महागठबंधन बिहार से जुड़ी घटना है और ये लोकसभा तक चलेगा। लेकिन अगला जो लोकसभा चुनाव होगा वो आप लिखकर रख लीजिए कि इस स्वरूप में नहीं होगा। मेरी बात चरितार्थ होनी भी शुरू हो गई। हाल ही में मांझी और उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन से निकल गए। जब आप सरकार चलाते हैं तो 7 से 8 दल मिलकर भी सरकार चलाते हैं। सरकार चलाना एक बात है और साथ मिलकर राजनीति करना अलग बात है। दलों का गठबंधन आपस में बैठकर राजनीति कर ले चुनाव लड़ ले ये संभव नहीं है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों की जांच पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीतिक मोरालिटी का जो कंपास है वो इतना लो हो गया है, नीचे गिर गया है कि वो जमाना चला गया कि किसी पर सीबीआई या कोई भी जांच एजेंसी चार्जशीट दायर कर दे और कोई इस्तीफा दे दे। मुझे तो नहीं लगता कि जिस तरह की राजनीति ये लोग कर रहे हैं, उस हिसाब से सीबीआई के चार्जशीट करने पर ये इस्तीफा देने वाले हैं या पद छोड़ने वाले हैं।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जहां तक बिहार सरकार की स्थिरता का सवाल है मेरी जो थोड़ी बहुत समझ है मैं नहीं समझता हूं कि लोकसभा चुनाव-2024 से पहले कोई परिवर्तन बिहार में होने वाला है। जिस दिन ये महागठबंधन बना था और कुछ लोग उत्साह में बता रहे थे कि इसका देशव्यापी असर होगा। उस दिन भी मैंने कहा था महागठबंधन बिहार से जुड़ी घटना है और ये लोकसभा तक चलेगा। लेकिन अगला जो लोकसभा चुनाव होगा वो आप लिखकर रख लीजिए कि इस स्वरूप में नहीं होगा। मेरी बात चरितार्थ होनी भी शुरू हो गई। हाल ही में मांझी और उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन से निकल गए। जब आप सरकार चलाते हैं तो 7 से 8 दल मिलकर भी सरकार चलाते हैं। सरकार चलाना एक बात है और साथ मिलकर राजनीति करना अलग बात है। दलों का गठबंधन आपस में बैठकर राजनीति कर ले चुनाव लड़ ले ये संभव नहीं है।
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