जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार बदलाव यात्रा के अंतर्गत सारण जिले के परसा और सोनपुर में जनसभाएं कीं। परसा में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार निशाना साधा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि राहुल गांधी को बिहार सिर्फ चुनाव के समय ही क्यों याद आता है? उन्होंने आरोप लगाया कि न तो राहुल गांधी और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं। चुनाव खत्म होते ही दोनों नेता बिहार से गायब हो जाते हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “राहुल गांधी आज बिहार आकर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जब वे सत्ता में होते हैं तो उन्हें न अपराध दिखता है और न ही कोई समस्या। क्या उन्होंने कभी बिहार के किसी गांव में एक रात भी बिताई है?”
प्रशांत किशोर ने याद दिलाया कि जब राहुल गांधी दिल्ली में ‘युवराज’ की भूमिका निभा रहे थे, तब बिहार में लालू प्रसाद यादव का कथित ‘जंगलराज’ था, लेकिन उस समय राहुल गांधी ने कभी बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल नहीं उठाए।
उन्होंने कहा कि हाल ही में जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी, जिसमें कांग्रेस भी शामिल थी, उस दौरान भी राहुल गांधी ने राज्य की समस्याओं को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। “उन्हें बिहार की चिंता केवल तब होती है जब वे विपक्ष में होते हैं, सत्ता में आते ही सारी बातें भूल जाते हैं,” किशोर ने कहा।
प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक पुरानी घोषणा की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1989 में पटना के गांधी मैदान से राजीव गांधी ने बिहार के विकास के लिए 50,000 करोड़ रुपये देने का वादा किया था, लेकिन आज तक बिहार को उसका लाभ नहीं मिला।
प्रशांत किशोर ने यह स्पष्ट किया कि बिहार को सिर्फ दिखावटी राजनीति नहीं, बल्कि ईमानदारी और ज़मीनी काम की ज़रूरत है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार बदलाव यात्रा के अंतर्गत सारण जिले के परसा और सोनपुर में जनसभाएं कीं। परसा में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार निशाना साधा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि राहुल गांधी को बिहार सिर्फ चुनाव के समय ही क्यों याद आता है? उन्होंने आरोप लगाया कि न तो राहुल गांधी और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं। चुनाव खत्म होते ही दोनों नेता बिहार से गायब हो जाते हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “राहुल गांधी आज बिहार आकर कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जब वे सत्ता में होते हैं तो उन्हें न अपराध दिखता है और न ही कोई समस्या। क्या उन्होंने कभी बिहार के किसी गांव में एक रात भी बिताई है?”
प्रशांत किशोर ने याद दिलाया कि जब राहुल गांधी दिल्ली में ‘युवराज’ की भूमिका निभा रहे थे, तब बिहार में लालू प्रसाद यादव का कथित ‘जंगलराज’ था, लेकिन उस समय राहुल गांधी ने कभी बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल नहीं उठाए।
उन्होंने कहा कि हाल ही में जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी, जिसमें कांग्रेस भी शामिल थी, उस दौरान भी राहुल गांधी ने राज्य की समस्याओं को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई। “उन्हें बिहार की चिंता केवल तब होती है जब वे विपक्ष में होते हैं, सत्ता में आते ही सारी बातें भूल जाते हैं,” किशोर ने कहा।
प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक पुरानी घोषणा की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1989 में पटना के गांधी मैदान से राजीव गांधी ने बिहार के विकास के लिए 50,000 करोड़ रुपये देने का वादा किया था, लेकिन आज तक बिहार को उसका लाभ नहीं मिला।
प्रशांत किशोर ने यह स्पष्ट किया कि बिहार को सिर्फ दिखावटी राजनीति नहीं, बल्कि ईमानदारी और ज़मीनी काम की ज़रूरत है।
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