राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
लोहारपट्टी स्थित शिव शक्ति दुर्गा मंदिर के प्रांगण में आयोजित 9 दिवसीय श्री राम कथा महोत्सव का आज अंतिम दिन था। इस अवसर पर भगवान श्री राम और लंकापति रावण के बीच हुए युद्ध की कथा का भावपूर्ण वर्णन किया गया। कथा वाचक अमन शास्त्री महाराज ने भगवान श्री राम और लंकापति रावण के बीच हुए महायुद्ध का विस्तार से वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम ने अपने भाई लक्ष्मण और वानर सेना के साथ लंका पर चढ़ाई की। वहीं रावण ने भी अपनी विशाल सेना के साथ उनका सामना किया। युद्ध के दौरान भगवान श्री राम और रावण के बीच भयंकर संग्राम हुआ। दोनों ओर से एक-दूसरे पर तीव्र बाण चलाए गए, लेकिन कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था। भगवान श्री राम ने रावण के कई सिर काट दिए, पर वे फिर से उत्पन्न हो जाते थे। अंत में भगवान श्री राम ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर रावण का वध किया।
रावण के वध के पश्चात भगवान श्री राम ने माता सीता को उसके चंगुल से मुक्त कराया और अयोध्या लौटे। अयोध्या पहुंचने पर भगवान श्री राम का भव्य राज्याभिषेक हुआ और वे राजा बने। इस युद्ध की कथा ने धर्म की विजय और अधर्म के पतन का संदेश दिया।
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे, जो भगवान श्री राम और माता सीता की भक्ति में लीन नजर आए। पूरा कथा स्थल श्री राम और माता सीता की भक्ति में डूबा रहा। कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत भव्य और धूमधाम से किया गया।
