जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में कार्य संस्कृति से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को कार्यालय वेश्म में आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे और कार्य संस्कृति सुधार की दिशा में कई अहम विषयों पर चर्चा की गई।
गहन समीक्षा और निर्देशों की श्रृंखला बैठक की शुरुआत में डीएम ने सभी विभागों से प्राप्त शाखा-वार रिपोर्टों की बारीकी से समीक्षा की। विशेष रूप से कर्म पुस्तिकाओं का संधारण, फाइलों के प्रस्तुतीकरण, बायोमेट्रिक उपस्थिति, नीलाम पत्रवाद, न्यायालयीन वाद, आपदा प्रबंधन, एसी एवं डीसी विपत्र, सूचना अधिकार अधिनियम, लोकायुक्त, मानवाधिकार, महिला आयोग, सीएम डैशबोर्ड, जनता दरबार, सेवांत लाभ, लोक शिकायत, अनुशासनिक कार्यवाही, एवं अंतरविभागीय अनापत्ति प्रमाण पत्रों से संबंधित मामलों पर गहन विचार विमर्श हुआ।
नीलाम पत्र और बॉडी वारंट पर विशेष बल जिला पदाधिकारी ने नीलाम पत्र पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि बॉडी वारंट निर्गमन की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए और इसे दैनिक आधार पर अपडेट किया जाए। डीएम ने स्पष्ट कहा कि इन मामलों की नियमित मॉनिटरिंग होनी चाहिए ताकि लंबित वादों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित हो सके।
जन संवाद कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर बल डीएम ने नगर विकास संवाद के शीघ्र आयोजन की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे संवादों से न केवल शहरी विकास कार्यों की समीक्षा संभव होगी, बल्कि आम नागरिकों की शिकायतों का भी समाधान तेज़ी से किया जा सकेगा।
महिला संवाद पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जीविका समूहों के माध्यम से प्रभावशाली रूप से चलाया जा रहा है। महिला संवाद में प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर, महिलाओं की प्राथमिक ज़रूरतों को प्राथमिकता दी जाए।
विशेष विकास शिविरों की तैयारी और समीक्षा डीएम ने जानकारी दी कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति बहुल टोलों में विशेष विकास शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। प्रखंड स्तरीय प्रभारी पदाधिकारियों को इन शिविरों में संचालित योजनाओं की निगरानी कर लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने स्वयं सहायता भत्ता एवं स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं में कम आवेदन संख्या पर चिंता जाहिर की और इसे सुधारने हेतु सक्रिय रणनीति अपनाने को कहा। जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि सचिवालय के निर्देशानुसार शिविरों में अधिकतम आवेदन का ऑन-द-स्पॉट निष्पादन किया जा रहा है। आगामी शिविर 7 एवं 10 मई को आयोजित होंगे, जबकि वर्तमान में यह प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को हो रहे हैं।
कार्यालय प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के निर्देश डीएम ने सभी कार्यालय प्रमुखों को यह भी निर्देशित किया कि फाइलों के अनावश्यक मूवमेंट को न्यूनतम किया जाए और कार्य निष्पादन को समयबद्ध एवं पारदर्शी बनाया जाए।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारी बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री जफर आलम, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी-सह-ओएसडी श्री कुंदन कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी श्री लतीफुर रहमान, बाल संरक्षण इकाई पदाधिकारी श्री रविशंकर तिवारी, डायरेक्टर डीआरडीए सहित अन्य वरीय पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में कार्य संस्कृति से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को कार्यालय वेश्म में आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे और कार्य संस्कृति सुधार की दिशा में कई अहम विषयों पर चर्चा की गई।
गहन समीक्षा और निर्देशों की श्रृंखला बैठक की शुरुआत में डीएम ने सभी विभागों से प्राप्त शाखा-वार रिपोर्टों की बारीकी से समीक्षा की। विशेष रूप से कर्म पुस्तिकाओं का संधारण, फाइलों के प्रस्तुतीकरण, बायोमेट्रिक उपस्थिति, नीलाम पत्रवाद, न्यायालयीन वाद, आपदा प्रबंधन, एसी एवं डीसी विपत्र, सूचना अधिकार अधिनियम, लोकायुक्त, मानवाधिकार, महिला आयोग, सीएम डैशबोर्ड, जनता दरबार, सेवांत लाभ, लोक शिकायत, अनुशासनिक कार्यवाही, एवं अंतरविभागीय अनापत्ति प्रमाण पत्रों से संबंधित मामलों पर गहन विचार विमर्श हुआ।
नीलाम पत्र और बॉडी वारंट पर विशेष बल जिला पदाधिकारी ने नीलाम पत्र पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि बॉडी वारंट निर्गमन की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए और इसे दैनिक आधार पर अपडेट किया जाए। डीएम ने स्पष्ट कहा कि इन मामलों की नियमित मॉनिटरिंग होनी चाहिए ताकि लंबित वादों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित हो सके।
जन संवाद कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर बल डीएम ने नगर विकास संवाद के शीघ्र आयोजन की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे संवादों से न केवल शहरी विकास कार्यों की समीक्षा संभव होगी, बल्कि आम नागरिकों की शिकायतों का भी समाधान तेज़ी से किया जा सकेगा।
महिला संवाद पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जीविका समूहों के माध्यम से प्रभावशाली रूप से चलाया जा रहा है। महिला संवाद में प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर, महिलाओं की प्राथमिक ज़रूरतों को प्राथमिकता दी जाए।
विशेष विकास शिविरों की तैयारी और समीक्षा डीएम ने जानकारी दी कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति बहुल टोलों में विशेष विकास शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। प्रखंड स्तरीय प्रभारी पदाधिकारियों को इन शिविरों में संचालित योजनाओं की निगरानी कर लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने स्वयं सहायता भत्ता एवं स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं में कम आवेदन संख्या पर चिंता जाहिर की और इसे सुधारने हेतु सक्रिय रणनीति अपनाने को कहा। जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि सचिवालय के निर्देशानुसार शिविरों में अधिकतम आवेदन का ऑन-द-स्पॉट निष्पादन किया जा रहा है। आगामी शिविर 7 एवं 10 मई को आयोजित होंगे, जबकि वर्तमान में यह प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को हो रहे हैं।
कार्यालय प्रक्रियाओं में दक्षता लाने के निर्देश डीएम ने सभी कार्यालय प्रमुखों को यह भी निर्देशित किया कि फाइलों के अनावश्यक मूवमेंट को न्यूनतम किया जाए और कार्य निष्पादन को समयबद्ध एवं पारदर्शी बनाया जाए।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारी बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री जफर आलम, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी-सह-ओएसडी श्री कुंदन कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी श्री लतीफुर रहमान, बाल संरक्षण इकाई पदाधिकारी श्री रविशंकर तिवारी, डायरेक्टर डीआरडीए सहित अन्य वरीय पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।