सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
सिलीगुड़ी: बालू-माफिया द्वारा नदियों का बालू खनन लगातार किया जा रहा है, लेकिन संबधित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। ताजा मामला है जहां खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र के कादोमनी जोत इलाके के भारत – नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी से माफियाओं द्वारा बालू खनन बिना किसी रोक टोक के जारी है। हालांकि प्रशासन माफिया राज स्थापित कर रहा है, स्थानीय लोग ऐसा आरोप लगा रहे हैं। रोजाना सुबह नदी से ट्रैक्टर से बालू खनन किया जा रहा है। इसके बाद खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र के देबीगंज में स्थित वाइन शाप के बगल में बालू जमा किया जाता है। इसके यहां से बालू को बिहार तस्करी के लिए भेजा जा रहा है। माफिया इतने बेकाबू हैं कि भारत -नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी का सीना चीर कर अवैध रूप से बालू निकाल रहे हैं। जिसके कारण नदी में जगह जगह गड्ढे हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि ट्रैक्टर से रोजाना खनन कर रहे हैं। अगर प्रशासन इसमें शामिल नहीं है तो काम कैसे चलेगा? इसके अलावा बालू की अवैध खनन से राज्य सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। इस संबंध में खोरीबाड़ी बीएलआरओ के एक अधिकारी ने बताया कि अगर माफियाओं द्वारा बालू खनन किया जा रहा है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर इस संबंध में खोरीबाड़ी थाना की एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है।अवैध खनन हो रहा तो बालू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहते हैं भाजपा नेता
भाजपा खोरीबाड़ी बुढागंज मंडल अध्यक्ष तरुण सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के स्थानीय तृणमूल नेताओं के सहयोग से बिना अनुमति के सहयोग से बिना अनुमति के ट्रैक्टर से खनन कर माफिया राज चला रहे हैं और बालू-पत्थर की तस्करी की जा रही है। आए दिन खोरीबाड़ी थाना के विभिन्न नदियों से खनन की जाती है।
क्या कहते हैं तृणमूल नेता
इस संबंध में सिलीगुड़ी महकमा परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष और तृणमूल नेता किशोरी मोहन सिंह ने कहा कि हर चीज में सत्ताधारी पार्टी शामिल है, आरोप नहीं लगाना चाहिए। कितने गैर कानूनी कार्य में भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल भी होते हैं। मेची नदी से खनन हो रहा तो
प्रशासन मामले की जांच करेगा और सख्त कार्रवाई करेगा।
