नगर परिषद क्षेत्र के सभी विद्यालय में सफाई के नाम पर एक एनजीओ एम्पेरो रिसोर्स डेवलपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा लाखो रुपए का घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। जिसे लेकर सोमवार को सैयद आबिद हुसैन, इम्तियाज नसर व डॉ. विजय के द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन सौप कर जांच कराने का मांग किया है। जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने आश्वासन दिया कि मामले का जांच करा कर कार्रवाई किया जाएगी। जिलाधिकारी को दिए आवेदन में कहा गया है कि एक एनजीओ एम्पेरो रिसोर्स डेवलपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से शहरी क्षेत्र के सभी विद्यालयों के दैनिक व सप्ताहिक हाउस कीपिंग कराने हेतु कुल 55 लाख की राशि भुगतान की गई। कार्य अवधि जनवरी 2023 से नवम्बर 2023 तक थी। परंतु उक्त अवधि में इस एजेंसी द्वारा अपने कर्मियों के माध्यम से अधिकांश विद्यालयों में साफ सफाई नहीं कराई गई। चुनिंदा विद्यालयों में कभी-कभी साफ सफाई करवाई गई तो वहां उस क्षेत्र में प्रतिनियुक्त नगर परिषद के सफाई कर्मी से कार्य करवाया गया। वहीं डीएम को आवेदन देने पहुंचे सैयद आबिद हुसैन, इम्तियाज नसर व डॉ. विजय ने बताया कि यह पूरा मामला एक आरटीआई के द्वारा विद्यालयों से मांगा गया जवाब से खुलासा हुआ है। डीएम को पूरा साक्ष्य के साथ आवेदन सौपा गया है। वहीं आवेदन में यह भी कहा गया है कि शिक्षा विभाग की संलिप्त अस्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। बताते चले कि नगर परिषद में कभी एलईडी घोटाला, कभी कूड़ेदान घोटाला तो कभी सफाई ने नाम पर नगर परिषद में घोटाला, नगर परिषद में घोटाला आम हो गया है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जाता है। अब देखना यह होगा कि इस घोटाले में क्या कार्रवाई होती है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
नगर परिषद क्षेत्र के सभी विद्यालय में सफाई के नाम पर एक एनजीओ एम्पेरो रिसोर्स डेवलपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा लाखो रुपए का घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। जिसे लेकर सोमवार को सैयद आबिद हुसैन, इम्तियाज नसर व डॉ. विजय के द्वारा जिलाधिकारी को आवेदन सौप कर जांच कराने का मांग किया है। जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने आश्वासन दिया कि मामले का जांच करा कर कार्रवाई किया जाएगी। जिलाधिकारी को दिए आवेदन में कहा गया है कि एक एनजीओ एम्पेरो रिसोर्स डेवलपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से शहरी क्षेत्र के सभी विद्यालयों के दैनिक व सप्ताहिक हाउस कीपिंग कराने हेतु कुल 55 लाख की राशि भुगतान की गई। कार्य अवधि जनवरी 2023 से नवम्बर 2023 तक थी। परंतु उक्त अवधि में इस एजेंसी द्वारा अपने कर्मियों के माध्यम से अधिकांश विद्यालयों में साफ सफाई नहीं कराई गई। चुनिंदा विद्यालयों में कभी-कभी साफ सफाई करवाई गई तो वहां उस क्षेत्र में प्रतिनियुक्त नगर परिषद के सफाई कर्मी से कार्य करवाया गया। वहीं डीएम को आवेदन देने पहुंचे सैयद आबिद हुसैन, इम्तियाज नसर व डॉ. विजय ने बताया कि यह पूरा मामला एक आरटीआई के द्वारा विद्यालयों से मांगा गया जवाब से खुलासा हुआ है। डीएम को पूरा साक्ष्य के साथ आवेदन सौपा गया है। वहीं आवेदन में यह भी कहा गया है कि शिक्षा विभाग की संलिप्त अस्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। बताते चले कि नगर परिषद में कभी एलईडी घोटाला, कभी कूड़ेदान घोटाला तो कभी सफाई ने नाम पर नगर परिषद में घोटाला, नगर परिषद में घोटाला आम हो गया है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जाता है। अब देखना यह होगा कि इस घोटाले में क्या कार्रवाई होती है।
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