बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा निरंतर रूप से जिले के विभिन्न स्थानों पर विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को किशनगंज रेलवे स्टेशन परिसर में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य विषय रहा – उभयलिंगी व्यक्तियों का एकीकरण, पुनर्वास एवं न्याय तक पहुँच योजना 2023 (सितारा योजना 2023)।
कार्यक्रम में पैनल अधिवक्ता महादेव प्रसाद दिनकर एवं पारा विधिक स्वयंसेवक राजेश कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों को सितारा योजना के उद्देश्यों और लाभों की जानकारी दी। बड़ी संख्या में उभयलिंगी व्यक्तियों ने इस शिविर में भाग लिया और विभिन्न सवाल पूछे।
वक्ताओं ने बताया कि सितारा योजना का मूल उद्देश्य उभयलिंगी व्यक्तियों को उनके बुनियादी अधिकारों और सरकारी सुविधाओं तक सहज पहुंच उपलब्ध कराना है। इसके तहत –
राज्य, जिला और उप-मंडल स्तर पर विधिक सहायता सेवाओं को और सशक्त किया जाएगा।
विधिक सहायता केंद्रों और विधिक साक्षरता क्लबों के माध्यम से अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों की मदद से योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएगी।
उभयलिंगी व्यक्तियों से संबंधित सभी केंद्रीय व राज्य योजनाओं, नीतियों, नियमों और रिपोर्टों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और उभयलिंगी समुदाय के हित में काम करने वाले प्राधिकरणों, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जाएगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के इस प्रयास की प्रतिभागियों ने सराहना की और कहा कि ऐसे शिविर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित होंगे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा निरंतर रूप से जिले के विभिन्न स्थानों पर विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को किशनगंज रेलवे स्टेशन परिसर में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य विषय रहा – उभयलिंगी व्यक्तियों का एकीकरण, पुनर्वास एवं न्याय तक पहुँच योजना 2023 (सितारा योजना 2023)।
कार्यक्रम में पैनल अधिवक्ता महादेव प्रसाद दिनकर एवं पारा विधिक स्वयंसेवक राजेश कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों को सितारा योजना के उद्देश्यों और लाभों की जानकारी दी। बड़ी संख्या में उभयलिंगी व्यक्तियों ने इस शिविर में भाग लिया और विभिन्न सवाल पूछे।
वक्ताओं ने बताया कि सितारा योजना का मूल उद्देश्य उभयलिंगी व्यक्तियों को उनके बुनियादी अधिकारों और सरकारी सुविधाओं तक सहज पहुंच उपलब्ध कराना है। इसके तहत –
राज्य, जिला और उप-मंडल स्तर पर विधिक सहायता सेवाओं को और सशक्त किया जाएगा।
विधिक सहायता केंद्रों और विधिक साक्षरता क्लबों के माध्यम से अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों की मदद से योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएगी।
उभयलिंगी व्यक्तियों से संबंधित सभी केंद्रीय व राज्य योजनाओं, नीतियों, नियमों और रिपोर्टों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और उभयलिंगी समुदाय के हित में काम करने वाले प्राधिकरणों, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जाएगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के इस प्रयास की प्रतिभागियों ने सराहना की और कहा कि ऐसे शिविर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित होंगे।
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