दिव्यांगजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को बुनियाद केंद्र, किशनगंज में एक विशेष “आपदा सुरक्षा कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) किशनगंज और “सक्षम” संस्था के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत संचालित किया गया।
कार्यक्रम में जिले की डीडीएमए प्रबंधक श्रीमती नूरी बेगम और तकनीकी टीम के सदस्य श्री मो. नौशाद आलम, श्री आलोक कुमार वर्मा, श्री मो. असीम कमर और श्री महताब अंसारी शामिल रहे। वहीं एसडीआरएफ (SDRF) की टीम, जिसमें एसआई श्री बलराम कुमार राय, श्री दिलीप कुमार, श्री दीनानाथ शर्मा, श्री राजीव कुमार और श्री राजीव रंजन शामिल थे, ने दिव्यांगजनों और उनके अभिभावकों को आपदा प्रबंधन का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।
एसडीआरएफ टीम ने प्रतिभागियों को भूकंप, बाढ़, अग्निकांड जैसी आपदाओं की स्थिति में सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी और व्यवहारिक तौर पर सिखाया कि ऐसी परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहें।
कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और आपदा की स्थिति में उनके त्वरित प्रतिक्रिया कौशल को सशक्त करना है। प्रशिक्षण में सरल भाषा और दृश्य विधियों का उपयोग कर जानकारी दी गई, जिससे दिव्यांग प्रतिभागियों को सीखने में आसानी हुई।
जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी जिले की लगभग 16 पंचायतों में आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य जिले के अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को आपदा से संबंधित खतरों और उनके बचाव उपायों के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित करना है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
दिव्यांगजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को बुनियाद केंद्र, किशनगंज में एक विशेष “आपदा सुरक्षा कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) किशनगंज और “सक्षम” संस्था के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत संचालित किया गया।
कार्यक्रम में जिले की डीडीएमए प्रबंधक श्रीमती नूरी बेगम और तकनीकी टीम के सदस्य श्री मो. नौशाद आलम, श्री आलोक कुमार वर्मा, श्री मो. असीम कमर और श्री महताब अंसारी शामिल रहे। वहीं एसडीआरएफ (SDRF) की टीम, जिसमें एसआई श्री बलराम कुमार राय, श्री दिलीप कुमार, श्री दीनानाथ शर्मा, श्री राजीव कुमार और श्री राजीव रंजन शामिल थे, ने दिव्यांगजनों और उनके अभिभावकों को आपदा प्रबंधन का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।
एसडीआरएफ टीम ने प्रतिभागियों को भूकंप, बाढ़, अग्निकांड जैसी आपदाओं की स्थिति में सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी और व्यवहारिक तौर पर सिखाया कि ऐसी परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहें।
कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और आपदा की स्थिति में उनके त्वरित प्रतिक्रिया कौशल को सशक्त करना है। प्रशिक्षण में सरल भाषा और दृश्य विधियों का उपयोग कर जानकारी दी गई, जिससे दिव्यांग प्रतिभागियों को सीखने में आसानी हुई।
जिला प्रशासन ने जानकारी दी है कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी जिले की लगभग 16 पंचायतों में आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य जिले के अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को आपदा से संबंधित खतरों और उनके बचाव उपायों के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित करना है।
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