सारस न्यूज़, किशनगंज।
राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) वायरस से संबंधित एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। यह एडवाइजरी सभी जिला पदाधिकारियों, मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षकों, तथा जिला स्वास्थ्य समिति के सिविल सर्जन-सह-सदस्यों को सतर्कता बरतने के निर्देश देती है।
HMPV: सामान्य जानकारी
HMPV एक श्वसन संक्रमण है, जिसके लक्षण कोविड-19 के समान होते हैं। हाल के दिनों में चीन के कुछ प्रांतों में श्वसन संबंधी रोगियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, जिसे वहां “सीजनल इंफ्लूएंजा” माना गया। वर्ष 2024 में मलेशिया में HMPV के 327 मामलों की पुष्टि हुई, जबकि भारत में दिसंबर 2024 में SARI के 714 मामलों में से 9 HMPV पॉजिटिव पाए गए।
HMPV की पहचान सबसे पहले 2001 में नीदरलैंड में की गई थी।
HMPV के लक्षण (Symptoms)
- आम लक्षण:
- खांसी
- बुखार
- नाक बंद होना
- गले में खराश
- सांस लेने में कठिनाई
- गंभीर मामलों में:
- ब्रोंकाइटिस
- निमोनिया
संक्रमण का प्रसार (Transmission)
HMPV संक्रमित व्यक्ति की खांसी या छींक के जरिए फैलता है। यह संक्रमित व्यक्ति को छूने या संक्रमित वस्तुओं के संपर्क में आने और फिर आंख, नाक या मुंह को छूने से फैल सकता है।
- इनक्यूबेशन पीरियड: 3-6 दिन
- सीजनल अवधि: सर्दी और शुरुआती वसंत
HMPV से बचाव के लिए कोविड-19 जैसी सावधानियां अपनाई जानी चाहिए:
- साबुन और पानी से नियमित रूप से हाथ धोएं।
- गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को न छुएं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- खांसते या छींकते समय रूमाल या टिशू का उपयोग करें।
- संक्रमित वस्तुओं को बार-बार साफ करें।
- संक्रमण की अवधि में स्वयं को आइसोलेट करें।
विशेष सावधानियां
- छोटे बच्चों, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी नागरिकों से अपील की है कि HMPV के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और बचाव के निर्देशों का पालन करें।