राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
स्टार्टअप के लिए सरकार देगी 10 लाख रुपये
बिहार स्टार्टअप पॉलिसी के तहत स्टार्टअप सेल, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा सोमवार को मारवाड़ी कॉलेज, किशनगंज में स्टार्टअप जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. (डॉ.) संजीव कुमार ने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे नौकरी पाने वाले (जॉब सीकर) नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले (जॉब क्रिएटर) बनें।
प्रो. (डॉ.) सजल प्रसाद ने विषय प्रवेश करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार युवाओं को स्थानीय स्तर पर स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रेरित कर रही है। प्रो. (डॉ.) गुलरेज़ रोशन रहमान, नैक कोऑर्डिनेटर डॉ. देबाशीष डांगर, और एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. क़सीम अख़्तर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
स्टार्टअप सेल के इंचार्ज, असिस्टेंट प्रोफेसर देवानन्द पटेल ने बताया कि स्टार्टअप के लिए सरकार बिना ब्याज के 10 लाख रुपये का फंड प्रदान करती है, जिसे 10 साल बाद लौटाना होता है। स्टार्टअप शुरू करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है, और चयन उद्योग विभाग, पटना द्वारा किया जाता है।
समन्वयक इंजीनियर मो. माहीन रज़ा ने बिहार स्टार्टअप पॉलिसी, 2022 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला उद्योग विभाग के प्रोजेक्ट मैनेजर, अनिल कुमार रत्न ने पटना में बेकार जूतों की रिसाइक्लिंग से नया जूता बनाने के एक सफल स्टार्टअप का उदाहरण देते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं इस तरह के स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में स्टार्टअप सेल के इंजीनियरिंग छात्र प्रतिनिधि अंशुमन कुमार और दर्शिल प्रसाद ने सहयोग किया। कार्यक्रम में असिस्टेंट प्रोफेसर कुमार साकेत, इग्नू समन्वयक डॉ. अश्विनी कुमार, संतोष कुमार, और डॉ. अनुज कुमार मिश्रा आदि उपस्थित थे।