भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार शाम सीमावर्ती किशनगंज जिले में एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन द्वारा की गई सख्त तैयारी के तहत शाम 6:58 बजे सायरन बजाया गया, और ठीक 7 बजे से 7 बजकर 10 मिनट तक पूरा शहर अंधेरे में डूब गया।
इस दौरान नागरिकों ने घरों, मोहल्लों और सड़कों पर किसी भी तरह की रोशनी का उपयोग नहीं किया, जिससे संपूर्ण क्षेत्र में पूर्ण ब्लैकआउट की स्थिति बन गई। डीएम विशाल राज और एसपी सागर कुमार स्वयं पूरे ड्रिल की निगरानी कर रहे थे।
शहर के प्रमुख चौराहों जैसे गांधी चौक, सुभाषपल्ली और पश्चिमपाली में ब्लैकआउट से पहले बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। जैसे ही अंधेरा छाया, वहां ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘भारतीय सेना अमर रहे’ के नारों से माहौल देशभक्ति से भर उठा।
स्थानीय निवासियों ने इस अभ्यास में बढ़-चढ़कर भाग लिया और भारतीय सेना द्वारा हाल में पाकिस्तान में की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर गर्व जताते हुए कहा कि वे हर परिस्थिति में सरकार और सेना के साथ हैं।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार शाम सीमावर्ती किशनगंज जिले में एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन द्वारा की गई सख्त तैयारी के तहत शाम 6:58 बजे सायरन बजाया गया, और ठीक 7 बजे से 7 बजकर 10 मिनट तक पूरा शहर अंधेरे में डूब गया।
इस दौरान नागरिकों ने घरों, मोहल्लों और सड़कों पर किसी भी तरह की रोशनी का उपयोग नहीं किया, जिससे संपूर्ण क्षेत्र में पूर्ण ब्लैकआउट की स्थिति बन गई। डीएम विशाल राज और एसपी सागर कुमार स्वयं पूरे ड्रिल की निगरानी कर रहे थे।
शहर के प्रमुख चौराहों जैसे गांधी चौक, सुभाषपल्ली और पश्चिमपाली में ब्लैकआउट से पहले बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। जैसे ही अंधेरा छाया, वहां ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’ और ‘भारतीय सेना अमर रहे’ के नारों से माहौल देशभक्ति से भर उठा।
स्थानीय निवासियों ने इस अभ्यास में बढ़-चढ़कर भाग लिया और भारतीय सेना द्वारा हाल में पाकिस्तान में की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर गर्व जताते हुए कहा कि वे हर परिस्थिति में सरकार और सेना के साथ हैं।
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