सारस न्यूज़, किशनगंज।
टेढ़ागाछ प्रखण्ड क्षेत्र में शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा बच्चों को डायरिया से बचाव के लिए सघन दस्त नियंत्रण अभियान की शुरूआत की गई। 1 जून से 15 जून तक चलने वाले इस अभियान के दौरान बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाने के साथ ही डायरिया से बचाव की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। टेढ़ागाछ स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ इस अभियान की शुरुआत की गयी है। डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि दस्त, बाल मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। इसे नियंत्रित करने व दस्त संबंधी कारण व इसके निदान के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन महत्वपूर्ण है। पखवाड़ा के दौरान कम उम्र के बच्चों के बीच ओआरएस व जिंक की दवा वितरित की जाएंगी। पखवाड़ा के दौरान कोई भी बच्चा दस्त से पीड़ित पाए जाने पर जिंक 14 गोली और 2 ओआरएस पैकेट देने के साथ इसके प्रयोग को लेकर जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि डायरिया से होने वाली मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण व शरीर में इलेट्रोलाइट्स की कमी है। ओआरएस व जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मौत को टाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान आपसी समन्वय के आधार पर दस्त नियंत्रण के उपाय, दस्त की शिकायत होने पर ओआरएस व जिंक दवा का प्रयोग, दस्त के दौरान उचित पोषण व समुचित इलाज के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जाएगा। आशा घर-घर जाकर ओआरएस व जिंक दवा का वितरण करेंगी। पखवाड़ा के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बीच ओआरएस व जिंक दवा का वितरण किया जायेगा। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य प्रबंधक यशवंत कुमार, वकील अहमद, हरि किशोर मंडल, तुषार मजूमदार, अब्दुस सलाम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।