सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज प्रखंड के तमाम आशा कार्यकर्ता और फैसिलिटेटर्स ने भी सोमवार से अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर चली गईं। इससे पहले में ये लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय ठाकुरगंज के पास प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद आशा एवं आशा फेसिलेटर संघ के प्रखंड अध्यक्ष पिंकी झा के नेतृत्व में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार को हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र सौंपा। पिंकी झा ने कहा कि आज से हम सभी आशा कार्यकर्ता एवं फैसिलिटेटर्स हड़ताल पर हैं। ये हड़ताल 9 सूत्री मांगों को लेकर की गई है। जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती हैं तब तक हड़ताल जारी रहेगा। प्रदर्शन कर रहे आशाकर्मी दस हजार रूपए मासिक मानदेय देने, अश्विन पोर्टल से भुगतान शुरू होने से पहले पूर्व के सभी बकाए राशि का भुगतान करने, कोरोना काल में किए काम के लिए कोरोना भत्ता का भुगतान करने, सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशन योजना का लाभ देने, आशा कार्यकर्ताओं और आशा फेसीलिटेटरों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार हमारी मांगों पर अब तक चुप है।
वहीं शगुफ्ता बेगम ने कहा कि हम लोग विगत 16-17 सालों से सिर्फ कमीशन पर ही काम कर रहे हैं। अगर कमीशन पर ही काम करते रह जाएंगे तो हमारे बच्चों की परवरिश कैसे हो पाएगी।इसलिए आज हम लोगों ने पूर्ण रूप से हड़ताल में जाने का निर्णय लिया है। 2018 में हम लोगों को सरकार के द्वारा यह आश्वासन मिला था कि अब मानदेय मिलेगा लेकिन सरकार की दोहरी नीति के कारण अब तक उन लोगों को कोई भी सुविधा नहीं मिल सकी है।
वहीं इसके बाद आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटरों ने सीएचसी ठाकुरगंज से बस स्टैंड, थाना चौक, रेलवे गेट, भातढाला चौक, ब्लॉक रोड होते हुए प्रखंड कार्यालय तक पैदल जुलूस निकाल कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हड़ताल जारी रहेगा। इसके बाद बीडीओ के कार्यालय में भी मांग पत्र सौंपा।
इस प्रदर्शन के मौके पर पिंकी झा, शगुफ्ता बेगम, सुनीता देवी, अनीता देवी, विभा देवी, निरोला दास, नीलिमा सिन्हा, नूर फातमा, अख्तरी बेगम, शोभा देवी, चश्मेनूर बेगम, माधवी देवी, असमीरा बेगमआदि सहित प्रखंड के सभी 273 आशाकर्मी व 12 आशा फेसिलेटर शामिल थे।