सारस न्यूज, किशनगंज।
आनंद मार्ग प्रचारक संघ जिला ईकाई किशनगंज की ओर से शनिवार को नगर पंचायत ठाकुरगंज के भातढाला चौक में स्थित संघ के भुक्ति प्रधान सुमन भारती के आवास पर आनंदमार्गी 6 घंटे का अष्टाक्षरी महामंत्र बाबा नाम केवलम अखंड संकीर्तन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिससे पूरे इलाके में बाबा नाम केवलम गुंजायमान रहा। इसमें आनंदमार्ग के साधक भाव-विभोर हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात संगीत गायन से हुआ। इसके बाद आनंदमार्ग साधकों ने परमात्मा का नाम ही सब कुछ है, के भाव में भाव विभोर होकर बाबा नाम केवलम कीर्तन किया। चरम निर्देश में सभी साधकों ने यम-नियम का सख्ती के साथ पालन करने का संकल्प लिया।
अखंड संकीर्तन कार्यक्रम के बाद आचार्य वितमोहानंद अवधूत ने अपने प्रवचन में कीर्तन पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि कीर्तन का मतलब जोर-जोर से किसी का गुणगान करना है। श्रीश्री आनंदमूर्ति जी ने भी व्यक्तिगत साधना के अलावा सामूहिक साधना के लिए बाबा नाम केवलम का नाम संकीर्तन का मंत्र दिया है। बाबा का अर्थ है सबसे प्रिय और पूरे मंत्र का अर्थ है अपने सबसे प्रिय इष्ट का नाम। इस कीर्तन से व्यक्तिगत बाधाओं और सामूहिक विपत्तियों से छुटकारा मिल सकता है। कीर्तन के लिए समय, स्थान या व्यक्ति का प्रतिबंध नहीं है, कोई कभी भी कीर्तन कर सकता है। उन्होंने बताया कि एक भक्त ईश्वर को ज्ञान, कर्म और भक्ति के कई मार्गों द्वारा पाने का प्रयास करता है लेकिन इनमें भक्ति सर्वश्रेष्ठ है। ईश्वर की भक्ति या फिर कहें उसकी साधना का सरल, सुगम और सुंदर माध्यम है कीर्तन। परमपिता परमेश्वर के लिए किए जाने वाले इस कीर्तन से तन-मन और धन से जुड़ी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और सुख-सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि जो भक्त हैं वही कीर्तन करते हैं। कीर्त्तन करने से मन नाजुक होता है। भक्त में प्रेरणा जगती है। मनुष्य को जीने के लिए प्रेरित करती हैं। जहां पर कीर्तन होता है, वहां पर ईश्वर का वास रहता हैं।
इस मौके पर आचार्य लीलाधिशानंद अवधूत, जिला भुक्ति प्रधान सुमन भारती, नीलेश भारती, रंजीत सरकार, मधुमय भारती, राजीव रंजन, कुंदन गुप्ता, प्रकाश मंडल, नीरज यादव, अमोद साह, चयन कुमार, गोपाल मंडल, सरस्वती देवी, चंद्रमाया देवी, पुष्पा कुमारी, लता देवी आदि सहित बड़ी संख्या में आनंदमार्गी मौजूद थे।