उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर प्रखंड के चुरली ग्राम पंचायत के झाला गांव में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (सीडब्लूसी) सहित प्रखंड के सभी आठ एचडब्लूसी में साप्ताहिक निःशुल्क जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर आयोजित की गई। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश के आलोक में जिला गैर संचारी रोग कोषांग, जिला स्वास्थ्य समिति किशनगंज द्वारा आयोजित उच्च रक्तचाप से संबंधित उक्त स्वास्थ्य शिविर में 30 साल से ऊपर के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग सहित आवश्यक परामर्श, उपचार व दवाएं दी गयी। सभी स्वास्थ्यकर्मी ने 30 साल के ऊपर के सभी व्यक्तियों के सी-बैक फॉर्म भरें। इस फॉर्म में व्यक्ति के शारीरिक सामान्य स्वास्थ्य जानकारी होती है। इसके साथ साथ प्रखंड के अन्य सात जियापोखर, डुमरिया, नुनियाटारी, भातगांव, पाठामारी, खानाबाड़ी एवं भोगडाबर एचडब्ल्यूसी में भी उक्त कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि बदलती जीवनशैली, अधिक तनाव, शराब व तंबाकू के अत्यधिक सेवन और अस्वस्थ खानपान की आदतों के कारण हाइपरटेंशन या हाई ब्लडप्रेशर (उच्च रक्तचाप) बीमारी होती हैं। उच्च रक्तचाप एक साइलेंट किलर है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है। उच्च रक्तचाप में अक्सर सिर दर्द या चक्कर आने की समस्या आती है। कई दिनों तक हाई बीपी बने पर यह मस्तिष्क, हृदय, किडनी और आंखों पर भी असर डालता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, किडनी फेल होना, आंखों की रोशनी कम होना और एथेरोस्क्लेरोसिस या धमनी के सख्त होने का खतरा ज्यादा होता है।
उन्होंने बताया कि सामान्य रक्त परिसंचरण यानि ब्लड सर्कुलेशन की रेंज 120/80 एमएम ऑफ एचजी होती है। रोजाना करीब एक घंटे शारीरिक व्यायाम, योगा व प्राणायाम, खाने में कम व संतुलित मात्रा में नमक का प्रयोग, कम वसा वाले भोजन के इस्तेमाल से इस रोग से बचा जा सकता है।
उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें। हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें। अपना वजन नियंत्रित रखें। संतुलित आधार, फल व सब्जियों का सेवन करें। रक्तचाप की नियमित जाँच करवायें और समय-समय पर चिकित्सकीय सलाह लेते रहें। बिना चिकित्सीय सलाह के दवाइयाँ ना लें। वहींं इस मौके पर एचडब्ल्यूसी झाला के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) चित्रलेखा घोष सहित अन्य एचडब्लूसी में संबंधित सीएचओ मौजुद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर प्रखंड के चुरली ग्राम पंचायत के झाला गांव में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (सीडब्लूसी) सहित प्रखंड के सभी आठ एचडब्लूसी में साप्ताहिक निःशुल्क जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर आयोजित की गई। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश के आलोक में जिला गैर संचारी रोग कोषांग, जिला स्वास्थ्य समिति किशनगंज द्वारा आयोजित उच्च रक्तचाप से संबंधित उक्त स्वास्थ्य शिविर में 30 साल से ऊपर के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग सहित आवश्यक परामर्श, उपचार व दवाएं दी गयी। सभी स्वास्थ्यकर्मी ने 30 साल के ऊपर के सभी व्यक्तियों के सी-बैक फॉर्म भरें। इस फॉर्म में व्यक्ति के शारीरिक सामान्य स्वास्थ्य जानकारी होती है। इसके साथ साथ प्रखंड के अन्य सात जियापोखर, डुमरिया, नुनियाटारी, भातगांव, पाठामारी, खानाबाड़ी एवं भोगडाबर एचडब्ल्यूसी में भी उक्त कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि बदलती जीवनशैली, अधिक तनाव, शराब व तंबाकू के अत्यधिक सेवन और अस्वस्थ खानपान की आदतों के कारण हाइपरटेंशन या हाई ब्लडप्रेशर (उच्च रक्तचाप) बीमारी होती हैं। उच्च रक्तचाप एक साइलेंट किलर है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है। उच्च रक्तचाप में अक्सर सिर दर्द या चक्कर आने की समस्या आती है। कई दिनों तक हाई बीपी बने पर यह मस्तिष्क, हृदय, किडनी और आंखों पर भी असर डालता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, किडनी फेल होना, आंखों की रोशनी कम होना और एथेरोस्क्लेरोसिस या धमनी के सख्त होने का खतरा ज्यादा होता है।
उन्होंने बताया कि सामान्य रक्त परिसंचरण यानि ब्लड सर्कुलेशन की रेंज 120/80 एमएम ऑफ एचजी होती है। रोजाना करीब एक घंटे शारीरिक व्यायाम, योगा व प्राणायाम, खाने में कम व संतुलित मात्रा में नमक का प्रयोग, कम वसा वाले भोजन के इस्तेमाल से इस रोग से बचा जा सकता है।
उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें। हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें। अपना वजन नियंत्रित रखें। संतुलित आधार, फल व सब्जियों का सेवन करें। रक्तचाप की नियमित जाँच करवायें और समय-समय पर चिकित्सकीय सलाह लेते रहें। बिना चिकित्सीय सलाह के दवाइयाँ ना लें। वहींं इस मौके पर एचडब्ल्यूसी झाला के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) चित्रलेखा घोष सहित अन्य एचडब्लूसी में संबंधित सीएचओ मौजुद रहे।
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