सारस न्यूज, किशनगंज।
बुधवार को गलगलिया – ठाकुरगंज – अररिया राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327ई को कलभर्ट चौक पर स्थानीय ग्रामीणों ने गांव में बारिश का पानी घुस जाने पर रोष प्रकट करते हुए करीब दो घंटे तक सड़क को जाम कर दिया। लगभग दो घंटे के बाद ठाकुरगंज पुलिस के हस्तक्षेप और पानी निकासी कराने पर ग्रामीण शांत हुए। तब जाकर यातायात बहाल हो पाया। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का कहना था कि फोरलेन सड़क निर्माण कार्य कर रहे जीआर प्रॉजेक्ट लिमिटेड कंपनी ने बारिश के पानी के बहाव को रोक दिए जाने के कारण भोगडाबर पंचायत के ग्वालवस्ती, भोगडाबर सहित कई गांवों व टोलों में पानी घुस गया हैं। जिससे हम सैकड़ों लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इसलिए मुख्य सड़क को जाम कर यातायात को बाधित कर दिया गया था कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक सड़क को जाम कर रखा जाएगा।
ग्वाल बस्ती के प्रेम लाल सिंह, विष्णु सिंह, दिलीप कुमार सिंह, गजेंद्र सिंह, बसंत सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि एनएच 327 ई सड़क की चौड़ीकरण करा रहे जीआर प्रॉजेक्ट लिमिटेड के द्वारा ग्वालबस्ती गांव से सटे कैफेटेरिया का निर्माण कराया जा रहा है। जहां गांव में प्रवेश करते समय एक कल्वर्ट से पानी निकलकर रोड की दूसरी तरफ जाती थी। जिसे कंपनी द्वारा बिल्कुल अवरुद्ध कर दिया गया। साथ ही साथ सड़क के इस पार से उस पार पहले तीन से चार कल्वर्ट हुआ करती थी। जिसे जीआर कंपनी द्वारा बंद कर एक ही कल्वर्ट बनाया गया। जिससे पानी इस पार से उस पार नहीं हो पा रही है और पानी गांव में प्रवेश कर गई। जिससे स्थानीय ग्रामीणों को तो भारी परेशानियों का सामना करना ही पड़ा,साथ ही साथ साल भर से मेहनत मशक्कत कर हजारों क्विंटल मकई भी पानी में डूब कर पूरी तरह बर्बाद हो गया। वही भोगडाबर गांव के लोगों ने बताया कि भोगडाबर गांव के 40 परिवार गांव में जलमग्न से बुरी तरह प्रभावित हैं। वहीं उन्होंने बताया कि अचानक गांव में पानी घुस जाने के कारण बाजार में बेचने वाले सैकड़ों क्विंटल मकई पानी में भीग जाने के कारण बर्बाद हो गया।
इस संबंध में जीआर प्रॉजेक्ट लिमिटेड कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि रोड के पश्चिमी तरफ लोगों द्वारा बिना कल्वर्ट के निर्माण कराए जाने के कारण पानी अवरुद्ध हो गया और गांव में बरसात का पानी घुस गया था। फिलहाल पानी निकासी की व्यवस्था कर गांव से पानी बाहर कर दिया गया है। इस समस्या के स्थाई निदान हेतु कलवर्ट का निर्माण कराए जाएंगे।
