• Thu. Sep 11th, 2025

Saaras News - सारस न्यूज़ - चुन - चुन के हर खबर, ताकि आप न रहें बेखबर

कालाजार की रोकथाम को ले ठाकुरगंज के चार राजस्व ग्रामों में शुरु हुआ एसपी घोल द्वितीय चक्र का छिड़काव कार्य।

सारस न्यूज, किशनगंज।

गुरुवार को ठाकुरगंज प्रखंड के कालाजार रोग से प्रभावित राजस्व ग्रामों में कालाजार की रोकथाम के लिए सिंथेटिक पाराथाइराइड (एस.पी) घोल द्वितीय चक्र (अगस्त – अक्टूबर 2023) का छिड़काव हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार एवं चिकित्सक डॉ कुमारी संध्या रानी के द्वारा छिड़काव दल को रवाना किया गया। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित छिड़काव कर्मियों के चार छिड़काव दलों द्वारा गत वर्ष 2021 व 2022 में इंडेमिक घोषित चार राजस्व ग्राम बेसरबाटी, जिरनगच्छ, चुरली एवं पथरिया में दवा द्वितीय चक्र का छिड़काव अगले 90 दिनों के अंदर किया जाएगा। इस संबंध में वेक्टर बोर्न डिजीज सुपरवाइजर आशुतोष प्रसाद कात्यायन ने बताया कि कालाजार एक जानलेवा बीमारी है जो कि बालू मक्खी के काटने से होती है। कालाजार फैलाने वाली बालू मक्खी को समाप्त करने का बस एक ही तरीका है सिंथेटिक पारा थायराइड का पूरे घर में सही तरह से छिड़काव करना हैं। उन्होंने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड के चिह्नित उक्त चार राजस्व ग्रामों में कुल 90 दिनों (अगस्त से अक्टूबर माह तक) 04 सीनियर फील्ड वर्कर और 20 फील्ड वर्कर द्वारा छिड़काव काम पूरा किया जाएगा। इस दौरान कुल 12496 घरों के कुल 62480 आबादी को इस छिड़काव में कवर करने का लक्ष्य रखा गया है।

इस मौके पर सीएचसी ठाकुरगंज में कार्यरत डॉ कुमारी संध्या रानी ने बताया कि कालाजार उन्मूलन के लिए रोग के वाहक मादा बालू मक्खी का अंत बहुत जरूरी होता है और इसके लिए स्प्रे काफी कारगर उपाय माना जाता है। कालाजार रोग से प्रभावित होने के कारण प्रखंड के चयनित चार राजस्व ग्रामों में 17 अगस्त से द्वितीय चक्र अथवा फाइनल चक्र का छिड़काव शुरु कर अक्टूबर माह तक किया जाएगा। इसकी निगरानी के लिए सुपरवाजर की नियुक्ति भी की गई है।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि कालाजार विषाणु जनित रोग है जिसका संक्रमण मादा बालू मक्खी के जरिए धीरे-धीरे फैलता है। यह एक बार शरीर में प्रवेश करने पर इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है। कालाजार की जांच दस मिनट में ऑन द स्पॉट हो जाती है। अगर कालाजार पॉजिटिव हुआ तो सिंगल डोज से मरीज को आराम मिल जाता है। एमबिसोमे नामक इंजेक्शन से सिंगल डोज में रोग का इलाज होता है। डब्ल्यूएचओ के सहयोग से यह दवा निःशुल्क सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज में उपलब्ध है। वहीं इस मौके पर बीएचएम बसंत कुमार, बीसीएम कौशल कुमार, प्रखंड मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सहायक अखिल प्रसून, डाटा ऑपरेटर राहुल कुमार, लेखापाल विवेक झा, सीनियर फील्ड वर्कर सत्य नारायण विश्वास, कुंदन कुमार सिंह, रामानंद यादव एवं कुंदन मंडल आदि सहित सभी सहायक फील्ड वर्कर मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *