एक सप्ताह में 94 मिमी बारिश होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। बारिश ने धान की खेती के लिए संजीवनी का काम किया है। बारिश का ही नतीजा है कि जिले में धान की रोपनी अपने लक्ष्य का 79.27 प्रतिशत तक पहुंच पाई। एक सप्ताह पूर्व तक यह आंकड़ा महज 30-40 प्रतिशत के बीच था। मौसम ने इतना भी साथ दिया तो इस माह के अंत तक धान की खेती लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी इसकी संभावना बन गई है। हालांकि किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
बुधवार की देर रात भी जिले में 17.26 मिमी बारिश हुई। विगत एक सप्ताह से रोज रात को हो रही बारिश के कारण पानी की कमी से फट रहे धान के खेतों को नया जीवन मिला है । वहीं वैसे खेत जहां पानी की कमी के कारण रोपनी नहीं हो पा रही थी वहां भी किसान रोपनी कर पा रहे हैं। गुरुवार को किशनगंज का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केन्द्र पूर्णिया के अनुसार बंगाल की खाड़ी सहित क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिस कारण प्राय: बारिश हो रही है। जुलाई में अब तक औसत से 68 फीसदी कम बारिश:
बिहार में सर्वाधिक बारिश किशनगंज में होती है। लेकिन इस बार यहां मानसून दगा दे रहा है। किशनगंज में जुलाई माह में औसतन 546 मिमी बारिश होती है। कृषि विभाग के अनुसार 28 जुलाई तक औसतन 493.61 प्रतिशत बारिश होनी चाहिए। लेकिन अब तक महज 159 मिमी बारिश ही हुई है। यह औसत से 334.92 मिमी यानी 67.85 प्रतिशत कम है।
83 प्रतिशत रोपनी के साथ बहादुरगंज टॉप पर एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद धनरोपनी ने जोर पकड़ा है। 83.03 प्रतिशत के साथ बहादुरगंज प्रखंड धनरोपनी में सबसे आगे है। यहां 11724 हेक्टेयर में धनरोपनी का लक्ष्य है। अब तक 9734 हेक्टेयर में रोपनी हो चुकी है। दिघलबैंक प्रखंड में 12019 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। यहां अब तक 9410 हेक्टेयर में रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 78.29 प्रतिशत है। किशनगंज प्रखंड में 10193 हेक्टेयर का लक्ष्य है। यहां अब तक 8406 हेक्टेयर में धनरोपनी हुआ है जो लक्ष्य का 82.47 प्रतिशत है। कोचाधामन प्रखंड में 13011 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। यहां अब तक 10085 हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई है जो लक्ष्य का 77.51 प्रतिशत है। पोठिया प्रखंड में 11895 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। अब तक यहां 9677 हेक्टेयर में रोपनी हुई है। यह लक्ष्य का 81.35 प्रतिशत है। टेढ़ागाछ प्रखंड में 10915 हेक्टेयर में लक्ष्य के विरुद्ध 7720 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 70.73 प्रतिशत है। ठाकुरगंज प्रखंड में 11800 हेक्टेयर लक्ष्य के विरुद्ध 9621 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 81.53 प्रतिशत है।
अच्छी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विज्ञान केन्द्र पूर्णिया के वैज्ञानिक सहायक राकेश कुमार के अनुसार बंगाल की खाड़ी सहित क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। 29 जुलाई के बाद और अच्छी बारिश की संभावना बन रही है।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
एक सप्ताह में 94 मिमी बारिश होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। बारिश ने धान की खेती के लिए संजीवनी का काम किया है। बारिश का ही नतीजा है कि जिले में धान की रोपनी अपने लक्ष्य का 79.27 प्रतिशत तक पहुंच पाई। एक सप्ताह पूर्व तक यह आंकड़ा महज 30-40 प्रतिशत के बीच था। मौसम ने इतना भी साथ दिया तो इस माह के अंत तक धान की खेती लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी इसकी संभावना बन गई है। हालांकि किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
बुधवार की देर रात भी जिले में 17.26 मिमी बारिश हुई। विगत एक सप्ताह से रोज रात को हो रही बारिश के कारण पानी की कमी से फट रहे धान के खेतों को नया जीवन मिला है । वहीं वैसे खेत जहां पानी की कमी के कारण रोपनी नहीं हो पा रही थी वहां भी किसान रोपनी कर पा रहे हैं। गुरुवार को किशनगंज का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केन्द्र पूर्णिया के अनुसार बंगाल की खाड़ी सहित क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिस कारण प्राय: बारिश हो रही है। जुलाई में अब तक औसत से 68 फीसदी कम बारिश:
बिहार में सर्वाधिक बारिश किशनगंज में होती है। लेकिन इस बार यहां मानसून दगा दे रहा है। किशनगंज में जुलाई माह में औसतन 546 मिमी बारिश होती है। कृषि विभाग के अनुसार 28 जुलाई तक औसतन 493.61 प्रतिशत बारिश होनी चाहिए। लेकिन अब तक महज 159 मिमी बारिश ही हुई है। यह औसत से 334.92 मिमी यानी 67.85 प्रतिशत कम है।
83 प्रतिशत रोपनी के साथ बहादुरगंज टॉप पर एक सप्ताह से हो रही बारिश के बाद धनरोपनी ने जोर पकड़ा है। 83.03 प्रतिशत के साथ बहादुरगंज प्रखंड धनरोपनी में सबसे आगे है। यहां 11724 हेक्टेयर में धनरोपनी का लक्ष्य है। अब तक 9734 हेक्टेयर में रोपनी हो चुकी है। दिघलबैंक प्रखंड में 12019 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। यहां अब तक 9410 हेक्टेयर में रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 78.29 प्रतिशत है। किशनगंज प्रखंड में 10193 हेक्टेयर का लक्ष्य है। यहां अब तक 8406 हेक्टेयर में धनरोपनी हुआ है जो लक्ष्य का 82.47 प्रतिशत है। कोचाधामन प्रखंड में 13011 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। यहां अब तक 10085 हेक्टेयर में धान की रोपाई हुई है जो लक्ष्य का 77.51 प्रतिशत है। पोठिया प्रखंड में 11895 हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है। अब तक यहां 9677 हेक्टेयर में रोपनी हुई है। यह लक्ष्य का 81.35 प्रतिशत है। टेढ़ागाछ प्रखंड में 10915 हेक्टेयर में लक्ष्य के विरुद्ध 7720 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 70.73 प्रतिशत है। ठाकुरगंज प्रखंड में 11800 हेक्टेयर लक्ष्य के विरुद्ध 9621 हेक्टेयर में धान की रोपनी हुई है जो लक्ष्य का 81.53 प्रतिशत है।
अच्छी बारिश का पूर्वानुमान मौसम विज्ञान केन्द्र पूर्णिया के वैज्ञानिक सहायक राकेश कुमार के अनुसार बंगाल की खाड़ी सहित क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। 29 जुलाई के बाद और अच्छी बारिश की संभावना बन रही है।
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