सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरुवार को प्रखंड के बेसरबाटी पंचायत अंतर्गत डीमहाट गांव में ग्रामीणों ने ओवरलोड बालू लदे ट्रक को रोक कर गलगलिया थाने सुपुर्द कर कार्यवाही की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार डीमहाट गांव के लोगों के द्वारा गलगलिया थानाध्यक्ष के नाम एक आवेदन लिखकर यह बताया गया है कि आए दिन उनके गांव से होकर ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा निर्मित ग्रामीण सड़क से बगल की नदी से ओवरलोड ट्रक बड़ी संख्या में चलाए जाते है। जिससे सड़क की स्थिति तो जर्जर हो ही गई है। प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाले इस मार्ग के कई कलवर्ट भी बिल्कुल ध्वस्त हो गए हैं और जो एक दो बचे हैं वह भी ध्वस्त होने की कगार पर है। पर प्रशासन द्वारा इसकी सुध नहीं लिया जाना आश्चर्य का विषय है। इन्हीं सब बातों की शिकायत को लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा गलगलिया थानाध्यक्ष को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई है।
वहीं मौके पर मौजूद बेसरबाटी मुखिया अनुपम देवी बताती है कि ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से चलाए जा रहे ओवरलोड ट्रैकों को रोके जाने पर स्थानीय थाना द्वारा कैस करने तक की धमकी दी जाती है। आज भी ट्रक को रोक कर जब गलगलिया थानाध्यक्ष को फोन किया गया तो 2 घंटे बीत जाने के बाद भी मौके पर उनका नहीं आना कई सवालों को खड़ा करता है। मुखिया अनुपम देवी ने बताया कि किशनगंज जिला पुलिस कप्तान डॉ इनामुल हक मेंगनू को फोन करने के बाद गलगलिया थानाध्यक्ष द्वारा मौके पर पहुंचने की सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि इस बात की शिकायत जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री को भी की गई है। उन्होंने बताया कि फोरलेन के निर्माण में कर रही जीआर कंपनी के द्वारा अवैध रूप से सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पंचायत के सड़कों को ध्वस्त कर दिया गया है। पर प्रशासन मुख्य दर्शक बनी हुई है जो आश्चर्य का विषय है।