जिले में 31 जुलाई तक परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सभी प्रखंडों में माइकिंग करवाया जा रहा है। साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका पोषक क्षेत्र में घर घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कहा कि जिले में जन्म दर को दो प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा गया है।
खासकर नव दम्पतियों को परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत दोनों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इन्हें सही समय पर बच्चा पैदा करने और दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
परिवार नियोजन के प्रति दंपतियों को जागरूक करने के उद्देश्य से आशा टेक अवे कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत दम्पतियों को बास्केट ऑफ चॉइस की भी जानकारी दी जाती है ।जिसमें महिलाओं के लिए महिला बंध्याकरण, कॉपर टी, माला एन, ईसी – पिल, अंतरा गर्भनिरोधक गोली के साथ नसबंदी की जानकारी दी।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
जिले में 31 जुलाई तक परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सभी प्रखंडों में माइकिंग करवाया जा रहा है। साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका पोषक क्षेत्र में घर घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने कहा कि जिले में जन्म दर को दो प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा गया है।
खासकर नव दम्पतियों को परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत दोनों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इन्हें सही समय पर बच्चा पैदा करने और दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
परिवार नियोजन के प्रति दंपतियों को जागरूक करने के उद्देश्य से आशा टेक अवे कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत दम्पतियों को बास्केट ऑफ चॉइस की भी जानकारी दी जाती है ।जिसमें महिलाओं के लिए महिला बंध्याकरण, कॉपर टी, माला एन, ईसी – पिल, अंतरा गर्भनिरोधक गोली के साथ नसबंदी की जानकारी दी।
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