सारस न्यूज, किशनगंज।
जन्माष्टमी पर्व को लेकर ठाकुरगंज शहर के बाजार में रौनक देखी जा रही है। विशेषकर लड्डू गोपाल के लिए बिकने वाली सामग्री से दुकानें सजी हुई है। खासकर महिलाएं लड्डू गोपाल की सजावट की सामग्री खरीदने में व्यस्त देखी जा रही है। जन्माष्टमी को लेकर लड्डू गोपाल के लिए फैंसी झूला, चश्मा, एयर कंडीशनर, पंखा, पतंग, बांसुरी, मोर पंख सहित अन्य कई सामग्रियां उतारी गई है। जिन्हें ग्राहक बहुत ही दिलचस्पी के साथ खरीदते देखे जा रहे है। इस बारे में दुकानदार अशोक गुप्ता का कहना है कि लड्डू गोपाल तो घर-घर में रहते हैं। ऐसे में श्रद्धालु बहुत ही चाव के साथ उनके लिए सामग्री खरीदने पहुंच रहे हैं। अवसर को देखते हुए चश्मा, एयर कंडीशनर, पंखा, पतंग इत्यादि मंगाए गए हैं जिनकी बहुत मांग है। एक से एक खूबसूरत पोशाक भी आई हुई है। वहीं अन्य दुकानदार बलदेव साह का कहना है कि जन्माष्टमी को लेकर गहमागहमी नजर आ रही है, हालांकि अन्य वस्तुओं की दुकानों पर भले ही भीड़ ना हो किंतु लड्डू गोपाल के लिए व्यवहार में आने वाले वस्तुओं की खरीदारी जमकर की जा रही है। वही पूजन सामग्री की भी खूब मांग है। मोर पंख, बांसुरी, पोशाक, रोली, मौली, धनिया और फलों को मिलाकर ही प्रसाद तैयार किया जाएगा। जिसकी खरीदारी की जा रही है। वही फल इत्यादि की दुकान पर भी ग्राहक खरीदारी करते नजर आए। केला, अमरूद, सेब, नाशपाती सहित अन्य फलों की खूब बिक्री हो रही है। इस बारे में फल विक्रेताओं का कहना है कि काफी दिनों के बाद फलों की बिक्री मैं इजाफा हुआ है। जन्माष्टमी को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा जमकर खरीदारी की जा रही है और श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह नजर आ रहा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि जन्माष्टमी के दिन वह मंदिरों में जाकर लला का दर्शन करेंगे। साथ ही अपने घर पर भी धूमधाम से जन्माष्टमी पर्व मनाएंगे। इसके लिए खरीदारी करने में जुटे हुए हैं ताकि समय पर अनुष्ठान पूरे हो सकें।

पुरोहित पार्वती चरण गांगुली ने बताया कि हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। हालांकि इस साल अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है। पंचांग के अनुसार गुरुवार, 18 अगस्त को रात के 09 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि लग जाएगी जोकि अगले दिन 19 अगस्त शुक्रवार को रात के 10 बजकर 59 मिनट पर खत्म होगी।
उन्होंने बताया कि कि हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रात्रि 12 बजे हुआ था और 19 अगस्त को पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी। इसके अलावा 19 को सूर्योदय भी होगा। इसलिए जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनाई जानी चाहिए। गौरतलब है कि मथुरा, वृन्दावन, द्वारिकाधीश मंदिर और बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनाई जाएगी। इसलिए ठाकुरगंज नगर के बाजार में अवस्थित श्री जगन्नाथ मंदिर एवं भातढाला में अवस्थित श्रीराम जानकी मंदिर में आयोजित होने वाली भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव 19 अगस्त को ही मनाया जाएगा।