गुरुवार को ठाकुरगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कौशल विकास केंद्र भवन में 0-18 आयुवर्ग के दिव्यांग बच्चों की दिव्यांगता प्रमाण-पत्र के लिए जाँच -सह- मूल्यांकन के आधार पर दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (यूडीआईडी) कार्ड बनाने के लिए जाँच शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में नगर पंचायत ठाकुरगंज, ग्राम पंचायत पटेशरी, छैतल, भोगडाबर, चुरली एवं दल्लेगांव क्षेत्र के 0-18 उम्र के बच्चे शामिल हुए। बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में समग्र शिक्षा के समावेशी शिक्षा प्रभाग अंतर्गत दिव्यांगता प्रमाणीकरण जांच शिविर में 75 दिव्यांग बच्चे चिकित्सीय जांच के लिए शिविर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें 15 बौद्धिक, 27 अस्थि, 07 दृष्टि, 01 श्रवण, 17 ईएनटी, 04 न्यूरोलॉजिस्ट प्रकार के दिव्यांग बच्चों की जांच की गई। साथ ही 4 विभिन्न प्रकार के दिव्यांग बच्चों का यूडीआईडी कार्ड निर्गत करने के लिए सत्यापन करने की प्रक्रिया भी की गई। जांच दल में डॉ अलगुना साइन, फार्मासिस्ट नंद लाल शर्मा आदि शामिल थे।
इस मौके पर बीआरसी ठाकुरगंज के प्रखंड साधन सेवी (समावेशी शिक्षा) संत प्रसाद यादव ने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए एक राष्ट्रीय डाटाबेस बनाने और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र जारी करने के उद्देश्य से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशिष्ट आईडी बनाई जा रही है। इससे न केवल पारदर्शिता, दक्षता और दिव्यांग व्यक्ति को सरकारी लाभ पहुंचाने में आसानी होगी, बल्कि इससे एकरूपता भी सुनिश्चित होगी। इस परियोजना से कार्यान्वयन के अनुक्रम के सभी स्तरों- ग्राम, प्रखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर लाभार्थी की भौतिक और वित्तीय प्रगति की ट्रैकिंग को सरल और कारगर बनाने में भी मदद मिलेगी । वहीं शिविर के सफल संचालन में बीआरसी ठाकुरगंज के प्रखंड साधन सेवी (समावेशी शिक्षा) संत प्रसाद यादव, डॉ अरशद नूर, विजेंद्र कुमार पासवान सहित प्रखंड कर्मी मौजूद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरुवार को ठाकुरगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कौशल विकास केंद्र भवन में 0-18 आयुवर्ग के दिव्यांग बच्चों की दिव्यांगता प्रमाण-पत्र के लिए जाँच -सह- मूल्यांकन के आधार पर दिव्यांगता प्रमाण-पत्र (यूडीआईडी) कार्ड बनाने के लिए जाँच शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में नगर पंचायत ठाकुरगंज, ग्राम पंचायत पटेशरी, छैतल, भोगडाबर, चुरली एवं दल्लेगांव क्षेत्र के 0-18 उम्र के बच्चे शामिल हुए। बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में समग्र शिक्षा के समावेशी शिक्षा प्रभाग अंतर्गत दिव्यांगता प्रमाणीकरण जांच शिविर में 75 दिव्यांग बच्चे चिकित्सीय जांच के लिए शिविर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें 15 बौद्धिक, 27 अस्थि, 07 दृष्टि, 01 श्रवण, 17 ईएनटी, 04 न्यूरोलॉजिस्ट प्रकार के दिव्यांग बच्चों की जांच की गई। साथ ही 4 विभिन्न प्रकार के दिव्यांग बच्चों का यूडीआईडी कार्ड निर्गत करने के लिए सत्यापन करने की प्रक्रिया भी की गई। जांच दल में डॉ अलगुना साइन, फार्मासिस्ट नंद लाल शर्मा आदि शामिल थे।
इस मौके पर बीआरसी ठाकुरगंज के प्रखंड साधन सेवी (समावेशी शिक्षा) संत प्रसाद यादव ने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए एक राष्ट्रीय डाटाबेस बनाने और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र जारी करने के उद्देश्य से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशिष्ट आईडी बनाई जा रही है। इससे न केवल पारदर्शिता, दक्षता और दिव्यांग व्यक्ति को सरकारी लाभ पहुंचाने में आसानी होगी, बल्कि इससे एकरूपता भी सुनिश्चित होगी। इस परियोजना से कार्यान्वयन के अनुक्रम के सभी स्तरों- ग्राम, प्रखंड, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर लाभार्थी की भौतिक और वित्तीय प्रगति की ट्रैकिंग को सरल और कारगर बनाने में भी मदद मिलेगी । वहीं शिविर के सफल संचालन में बीआरसी ठाकुरगंज के प्रखंड साधन सेवी (समावेशी शिक्षा) संत प्रसाद यादव, डॉ अरशद नूर, विजेंद्र कुमार पासवान सहित प्रखंड कर्मी मौजूद रहे।
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