सारस न्यूज, किशनगंज।
सक्षम बिहार- स्वाबलंबी बिहार अन्तर्गत सात निश्चय-2 में लक्षित स्वच्छ गांव- समृद्ध गांव के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान-द्वितीय चरण के दिशा-निर्देश के आलोक में ठाकुरगंज प्रखंड के शेष आठ पंचायतों में भी ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन योजना शुरू की जायेगी। उक्त बातों की जानकारी देते हुए बीडीओ सुमित कुमार ने बताया कि सक्षम बिहार- स्वाबलंबी बिहार अन्तर्गत सात निश्चय-2 में लक्षित स्वच्छ गांव- समृद्ध गांव के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत प्रथम फेज में प्रखंड के चार पंचायत – सखुआडाली, पटेश्वरी, दल्लेगांव एवं भातगांव तथा द्वितीय फेज में नौ पंचायत – जीरनगछ, दुधौंटी, छैतल, बंदरझूला, डुमरिया चुरली, मालिनगांव, कनकपुर एवं पथरिया में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट स्थापित की जा चुकी हैं या प्रक्रियाधीन है।
इसी कड़ी में प्रखंड के शेष आठ ग्राम पंचायत- भोगडावर, तातपौआ, खारूदह, रसिया, भोलमारा, कुकुरबाघी, बरचौंदी एवं बेसरवाटी पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन द्वारा गाँवों को खुले में शौच से मुक्ति के स्थायित्व सहित ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (ओडीएफ – प्लस) के लिए चयनित कर लिया गया है। जिसमें पंचायत स्तर पर गठित ग्राम पंचायत क्रियान्वयन समिति (जीपीआईसी) का अध्यक्ष (मुखिया) एवं सदस्य सचिव (पंचायत सचिव) को आवश्यक कार्रवाई हेतु दिशा निर्देश दिए गए हैं।
बीडीओ सुमित कुमार ने बताया कि इन ग्राम पंचायतों द्वारा खुले में शौच से मुक्ति का स्थायित्व सुनिश्चित करने हेतु सूचना, शिक्षा एवं संचार के माध्यम से समुदायों का व्यवहार परिवर्तन, चिन्हित नए परिवारों एवं छूटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुलभता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को बढ़ावा देने में ठोस व तरल अवशिष्टों का प्रबंधन बेहद जरूरी है। इसे करने के तौर तरीकों पर सभी को गौर करना होगा। इससे प्रखंड के सभी 21 ग्राम पंचायतों में स्वच्छ गांव समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार किए जाने को ले कार्य कराए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार अंतर्गत सात निश्चय 2 में लक्षित स्वच्छ गांव समृद्ध गांव के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए पुर्व में प्रखंड के 13 ग्राम पंचायत में सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट (ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन) प्लांट की स्थापना कर प्रबंधन की व्यवस्था की जा चुकी है और अब इन आठ पंचायतों में वार्ड स्तर पर नालों एवं गलियों की सफाई कराई जाएगी। प्रत्येक घर से ठोस कचरे का संग्रहण किया जाएगा तथा उनका उपयोग तकनीक के माध्यम से निस्तारण किया जाएगा। नालों के अंत में निकले हुए गंदे जल का उपयोग तकनीक के माध्यम से ट्रीटमेंट की व्यवस्था की जाएगी। इसके अंतर्गत सात निश्चय के तहत पूर्व से निर्मित हर घर नल का जल, घर तक पक्की गली-नालियां एवं हर घर शौचालय आदि की योजनाओं का पूरा रख-रखाव किया जाएगा। ठोस कचरा को दो श्रेणियों सूखा व गीला कचरा में विभाजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके कार्य को सही तरीके से निर्वहन के लिए उक्त आठ पंचायत के संबंधित मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव, पंचायत रोजगार सेवक, किसान सलाहकार, कार्यपालक सहायक, प्रखंड समन्वयक, स्वच्छाग्रही आदि को प्रशिक्षण दिया जाएगा।