सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत दुधौंटी पंचायत के नसीरगंज गांव के समीप बहने वाली मैगल नदी में डूबने से एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। घटना करीब सुबह दस बजे की बताई जा रही है। शव को नदी से निकाल लिया गया है। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। बच्ची की मौत के बाद उनके गांव में कोहराम मच गया। मृतका के स्वजनों के रोने की उक्त घटना के संबंध में दूधोंटी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि शहीर मोहम्मद अनवर उर्फ टोनी ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब दस बजे वार्ड नं 2 नसीरगंज गांव के समीप बहने वाली मैगल नदी में गांव की चार बच्चियां नहाने के लिए गई थी। चूंकि इलाके में देर रात एवं अहले सुबह मूसलाधार बारिश हुई थी जिस कारण मैगल नदी की जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई। नदी के किनारे अपने मवेशियों को चराने वाले अमलझाड़ी गांव का एक चरवाहा जिसका नाम मो बदरुद्दीन है, ने बच्चियों को डूबते हुए देख नदी में छलांग लगाया। उसने बहादुरी का परिचय देते हुए तीन बच्चियों को तो बचा लिया पर एक को डूबने से नहीं बचा पाया और एक दस वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के शव को स्थानीय तैराकों की मदद से नदी से निकाल लिया गया है। मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि मृतका बच्ची का नाम फुल तरन्नुम पिता मो हासो हैं। बच्ची स्थानीय वार्ड नं 2 के वार्ड सदस्य मो अजहर की भतीजी भी थी। बच्ची के डूब कर मृत्यु होने से पूरे गांव में मातम छा हुआ है।
वहीं इस संबंध में सीओ ओमप्रकाश भगत ने बताया कि उक्त घटना की सूचना स्थानीय लोगों से प्राप्त होते ही घटना की जांच करने को लेकर राजस्व कर्मचारी को भेजा गया था। आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशानुसार मुआवजा प्राप्त करने हेतु मृत बच्ची का पोस्टमार्टम अनिवार्य है। पर जानकारी प्राप्त हुई हैं कि पीड़ित माता – पिता व इनके स्वजन बच्ची का पोस्टमार्टम करने के इच्छुक नहीं हैं। ऐसी स्थिति में आवश्यक कागजी कार्रवाई करते हुए मृतका के शव को स्वजन को सुपुर्द कर दिया गया है।