सारस न्यूज टीम, ठाकुरगंज।
इन दिनों पोठिया सोनापुर मार्ग, ठाकुरगंज-मुरारीगच्छ व एनएच 327 ई सड़क पर ओवरलोड वाहनों का परिचालन जारी है। जब लोग गहरी नींद में सोते हैं तब ओवरलोड का खेल बंगाल से बिहार तक चरम पर होता है। प्रत्येक दिन देर रात्रि से अहले सुबह तक दर्जनों की संख्या में बालू लदे ओवरलोड वाहनों को पोठिया सोनापुर मार्ग, ठाकुरगंज-मुरारीगच्छ मार्ग व एनएच होते हुए प्रखंड मुख्यालय पौआखाली की ओर जाते देखा जा सकता है। 400 सेफ्टी क्षमता वाले वाहन पर 6 सौ, छह सौ क्षमता वाले वाहन पर नौ सौ बालू लोड कर परिचालन किया जा रहा है।
जिससे सरकार को प्रत्येक दिन लाखों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है। शुक्रवार को सूचना मिलने पर जिला खनन निरीक्षक उमाशंकर सिंह व ठाकुरगंज पुलिस की संयुक्त टीम निगेहबानी में लगी हुई थी। लेकिन संयुक्त टीम के हाथ खाली रहे। विभाग द्वारा ओवरलोडिंग रोकने के लिए कभी-कभार अभियान चलाकर सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की जाती है। इस अभियान में 10-20 ट्रक पकड़े जाते हैं और फिर वहीं हाल। ओवरलोड ट्रकों के धड़ल्ले से परिचालन के कारण सीमावर्ती क्षेत्र की सड़कें दम तोड़ती नजर आ रही है। देर रात्रि से ही बड़ी संख्या में ओवरलोड ट्रकों का जिले में पहुंचना शुरू हो जाता है।
अब तो ओवरलोड वाहन थाने व प्रखंड मुख्यालय के सामने से ही गुजरने लगी है। जबकि दोनों स्थानों पर अधिकारियों का कार्यस्थल से निवास स्थान होता है। फिर भी ओवरलोड वाहनों पर रोक नहीं लग पाती है। जिला खनन निरीक्षक उमाशंकर सिंह ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के चलने की सूचना पर कार्रवाई के लिए शुक्रवार को ठाकुरगंज थाना पहुंचे थे। लेकिन संयुक्त टीम द्वारा निगरानी करने के बाद ओवरलोड वाहनों का परिचालन नहीं हुआ जिसके चलते कार्रवाई में सफलता नहीं मिली।