सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरूवार को बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकार किशनगंज के द्वारा ठाकुरगंज प्रखंड कार्यालय के सभागार में चलंत लोक अदालत एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। आयोजित उक्त चलंत लोक अदालत में मुख्य रूप से बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के न्यायाधीश देवेंद्र प्रसाद केशरी की मौजूदगी में आए कई मामले की सुनवाई करते हुए इसका निपटारा किया गया।
उक्त चलंत लोक अदालत में दाखिल खारिज, भूमि विवाद, बैंक ऋण व बिजली विभाग से जुड़े कई मामले आए और इन मामलों का निपटारा किया गया।
आयोजित चलंत लोक अदालत में प्रखण्ड के विभिन्न हिस्सों से लोग अपनी – अपनी समस्या से जुड़े फरियाद लेकर पहुंचे, जहाँ मौजूद न्यायधीश ने बारी- बारी से लोगो की समस्याओं को देख व सुनकर मोके पर ही मामलों का निपटारा किया। तत्काल ही मौके पर समस्या का समाधान होते ही फरियादियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
इस दौरान आयोजित जागरूकता शिविर में लोक अदालत के महत्व के बारे में बताते हुए न्यायिक पदाधिकारी देवेंद्र प्रसाद केसरी (सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश) ने कहा कि लोक अदालत से वाद निष्पादन के पश्चात न्यायालय में दाखिल जो भी न्याय शुल्क है, वह वापस पक्षकार को मिल जाता है। इसमें दोनों पक्ष की जीत होती है। किसी पक्ष की हार नहीं होती है। लोक अदालत में निष्पादन के बाद लोगों में आपसी सौहार्द उत्पन्न होता है। लोक अदालत में वाद निष्पादन के बाद इसके विरुद्ध किसी न्यायालय में अपील दाखिल नहीं हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह भी अपने अपने वादों को लोक अदालत के माध्यम से निष्पादन कराएं।
वहीं इस शिविर में अधिवक्ता विनोद कुमार मिस्त्री, बीपीआरओ अजीत कुमार, राजस्व अधिकारी मनीष कुमार चौधरी, एएसआई विजय कुमार सिंह, कनीय विद्युत अभियंता राम रतन कुमार, विकास कुमार, उमेश रजक, मो मतीन, दिलीप राम, सुभाष कुमार साहा, विजय मिश्रा कर्मचारी, रेशमी बेगम, जिला विधिक प्राधिकार किशनगंज से राजीव दीक्षित, ग्राम कचहरी सचिव आदि सहित बड़ी संख्या में फरियादी शामिल हुए।