सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तहत अररिया-गलगलिया के बीच कुल 94 किमी एनएच 327 ई फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य कर रही जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा कुर्लिकोट थाना के समक्ष आमजनों एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय लोधा में स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक यातायात नियमों की जानकारी दी गई। इस दौरान जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के सेफ्टी मेनेजर सत्येन्द्र कुमार एवं प्रोजेक्ट लाइजनिंग मैनेजर अभिषेक मिश्रा ने कुर्लिकोर्ट थानाध्यक्ष इकबाल अहमद खान के साथ थाना के समक्ष बिना हेलमेट पहने बाईक सवार चालकों के बीच हेलमेट वितरीत कर सड़क के नियमों व ट्रैफिक के दौरान सीट बेल्ट लगाने तथा हेलमेट लगाने की अपील की।
सेफ्टी मेनेजर सत्येन्द्र कुमार ने बाइक चालकों से बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाने की अपील करते हुए कहा कि सिर पर चोट लगने से केवल हेलमेट ही बचा सकता है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए वाहन को तेज गति से न चलाने, शराब पीकर वाहन न चलाने, धुंध के दिनों में डिपर व रिफ्लैक्टरों का प्रयोग करने और वाहनों को ओवरटेक न करने जैसी सलाह देते हुए लोगों को जागरूक किया। इसके उपरांत कंपनी के अधिकारियों ने चुरली पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोधा में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत शिक्षकों व बच्चों को सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन करने की शपथ दिलाई गई। इस कार्यक्रम के दौरान कंपनी के प्रोजेक्ट लाइजनिंग मैनेजर अभिषेक मिश्रा ने स्कूली छात्र- छात्राओं को सड़क सुरक्षा, यातायात नियम, हेलमेट सीटबेल्ट का उपयोग, इमरजेंसी सेवायें, ट्रैफिक लाइट, हैंड साइन, इमरजेंसी सेवा सहित अन्य संबंधित तथ्यों के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष देश में व राज्य में हजारों की संख्या में सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिससे काफी लोगों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। इसलिए हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है कि सड़क दुर्घटना के नियंत्रण के लिए सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का पालन करें तथा अपने घर परिवार के सदस्यो, मित्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें। यातायात नियमों का पालन सभी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सड़क दुर्घटनाएं किसी व्यक्ति विशेष की नहीं होती, सड़क दुर्घटना किसी के साथ भी हो सकती है। जिसके कारण परिवार को बहुत बड़ी क्षति पहुंचती है। उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के अनुसार, जो बच्चे पैदल चलते हैं या साइकिल का इस्तेमाल करते हैं, उनमें बस से यात्रा करने वाले बच्चों के मुकाबले सड़क दुर्घटना होने का जोखिम अधिक है। इससे यह समझा जा रहा है कि इसका मुख्य कारण बच्चों में सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों का अभाव हो सकता है। इस आधार पर बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा के नियम का ज्ञान होना और उसका व्यवहारिक जीवन में प्रयोग करना ज्यादा जरूरी हैं। इस मौके पर कंपनी के अधिकारियों द्वारा स्कूली बच्चों के बीच पठन पाठन सामाग्री भी बांटी गई। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक कामाख्या प्रसाद सिंह व शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित स्कूली बच्चे मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तहत अररिया-गलगलिया के बीच कुल 94 किमी एनएच 327 ई फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य कर रही जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा कुर्लिकोट थाना के समक्ष आमजनों एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय लोधा में स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक यातायात नियमों की जानकारी दी गई। इस दौरान जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के सेफ्टी मेनेजर सत्येन्द्र कुमार एवं प्रोजेक्ट लाइजनिंग मैनेजर अभिषेक मिश्रा ने कुर्लिकोर्ट थानाध्यक्ष इकबाल अहमद खान के साथ थाना के समक्ष बिना हेलमेट पहने बाईक सवार चालकों के बीच हेलमेट वितरीत कर सड़क के नियमों व ट्रैफिक के दौरान सीट बेल्ट लगाने तथा हेलमेट लगाने की अपील की।
सेफ्टी मेनेजर सत्येन्द्र कुमार ने बाइक चालकों से बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाने की अपील करते हुए कहा कि सिर पर चोट लगने से केवल हेलमेट ही बचा सकता है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए वाहन को तेज गति से न चलाने, शराब पीकर वाहन न चलाने, धुंध के दिनों में डिपर व रिफ्लैक्टरों का प्रयोग करने और वाहनों को ओवरटेक न करने जैसी सलाह देते हुए लोगों को जागरूक किया। इसके उपरांत कंपनी के अधिकारियों ने चुरली पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोधा में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत शिक्षकों व बच्चों को सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन करने की शपथ दिलाई गई। इस कार्यक्रम के दौरान कंपनी के प्रोजेक्ट लाइजनिंग मैनेजर अभिषेक मिश्रा ने स्कूली छात्र- छात्राओं को सड़क सुरक्षा, यातायात नियम, हेलमेट सीटबेल्ट का उपयोग, इमरजेंसी सेवायें, ट्रैफिक लाइट, हैंड साइन, इमरजेंसी सेवा सहित अन्य संबंधित तथ्यों के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष देश में व राज्य में हजारों की संख्या में सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिससे काफी लोगों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। इसलिए हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है कि सड़क दुर्घटना के नियंत्रण के लिए सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का पालन करें तथा अपने घर परिवार के सदस्यो, मित्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें। यातायात नियमों का पालन सभी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सड़क दुर्घटनाएं किसी व्यक्ति विशेष की नहीं होती, सड़क दुर्घटना किसी के साथ भी हो सकती है। जिसके कारण परिवार को बहुत बड़ी क्षति पहुंचती है। उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के अनुसार, जो बच्चे पैदल चलते हैं या साइकिल का इस्तेमाल करते हैं, उनमें बस से यात्रा करने वाले बच्चों के मुकाबले सड़क दुर्घटना होने का जोखिम अधिक है। इससे यह समझा जा रहा है कि इसका मुख्य कारण बच्चों में सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों का अभाव हो सकता है। इस आधार पर बच्चों के लिए सड़क सुरक्षा के नियम का ज्ञान होना और उसका व्यवहारिक जीवन में प्रयोग करना ज्यादा जरूरी हैं। इस मौके पर कंपनी के अधिकारियों द्वारा स्कूली बच्चों के बीच पठन पाठन सामाग्री भी बांटी गई। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक कामाख्या प्रसाद सिंह व शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित स्कूली बच्चे मौजूद थे।
Leave a Reply