रविवार को ठाकुरगंज प्रखंड कार्यालय के परिसर में स्थित ई किसान भवन में प्रखंड स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) द्वारा किया गया। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन बीएओ राजेश कुमार, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि अहमद हुसैन, भाजपा जिला महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र प्रसाद, पंसस अजमल सानी, चुरली पैक्स चेयरमैन मो फारूक आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से किसानों को रबी फसलों की तकनीकी जानकारी, रबी मौसम में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की जानकारी, जलवायु अनुकूल कृषि संबंधित जानकारी, फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूकता, समेकित कृषि प्रणाली, जैविक खेती कृषि रोड मैप के विभिन्न आयामों की जानकारी पर कृषि विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा जानकारी किसानों को दी गई। इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा जिला महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों को इस कार्यशाला के माध्यम से आधुनिक खेती करने के बारे में जानकारी मिलती है। इससे उन्हें लाभ मिलता है। जहां कम लागत में अधिक उत्पादन किया जा सकता है।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन एवं राज्य योजना अंतर्गत 10 वर्ष से कम एवं 10 वर्ष से अधिक आयु के प्रभेद मसुर, गेहूं व सरसों का अनुदानित दर पर बीज दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत प्रति राजस्व ग्राम में दो – दो किसानों को 90% अनुदान पर गेहूं का बीज दिया जा रहा है। राज्य योजना अंतर्गत गेहूं, मसूर व सरसों जैसे विभिन्न फसलों का प्रत्यक्षण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। कृषि यंत्रीकरण योजना अंतर्गत किसानों के द्वारा विभिन्न कृषि यंत्रों के क्रय हेतु ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं जिसमें यंत्रवार अनुदान प्रदान की जा रही है।
इस मौके पर डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी के कृषि वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि आज किसानों के पास घटती प्रति परिवार सीमित भूमि एवं प्राकृतिक संसाधनों तथा उनकी बढ़ती जरूरतों एवं खर्चों के कारण नई कृषि प्रणाली की आवश्यकता है, जो कि सीमित संसाधनों के समुचित उपयोग से अधिकाधिक लाभ दे सके और प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित भी रखे अपनी इन जरूरतों को पूरा करने के लिए खेती के कई घटकों, जैसे- फसल, बागवानी, पशु-पालन, कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन को एक साथ पूरक रूप से समाहित किया जाए तो कृषक परिवार अपने प्रक्षेत्र के उत्पादन से ही इन सभी समस्याओं से निदान प्राप्त कर सकते हैं।
इस मौके पर कृषि समन्वयक कौशल किशोर एवं जटाधार सिंह, बेसरबाटी के पैक्स चेयरमैन सूरज तिवारी, पथरिया के पैक्स चेयरमैन अशोक राय, पटेशरी के पैक्स चेयरमैन मो अंजार आलम, किसान सलाहकार योगेंद्र सिंह, पंकज कर्मकार, रजी अहमद, मो असरार, हेमंत गणेश आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के कृषक मौजूद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
रविवार को ठाकुरगंज प्रखंड कार्यालय के परिसर में स्थित ई किसान भवन में प्रखंड स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) द्वारा किया गया। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन बीएओ राजेश कुमार, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि अहमद हुसैन, भाजपा जिला महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह, कृषि वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र प्रसाद, पंसस अजमल सानी, चुरली पैक्स चेयरमैन मो फारूक आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण में मुख्य रूप से किसानों को रबी फसलों की तकनीकी जानकारी, रबी मौसम में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की जानकारी, जलवायु अनुकूल कृषि संबंधित जानकारी, फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूकता, समेकित कृषि प्रणाली, जैविक खेती कृषि रोड मैप के विभिन्न आयामों की जानकारी पर कृषि विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा जानकारी किसानों को दी गई। इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा जिला महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों को इस कार्यशाला के माध्यम से आधुनिक खेती करने के बारे में जानकारी मिलती है। इससे उन्हें लाभ मिलता है। जहां कम लागत में अधिक उत्पादन किया जा सकता है।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन एवं राज्य योजना अंतर्गत 10 वर्ष से कम एवं 10 वर्ष से अधिक आयु के प्रभेद मसुर, गेहूं व सरसों का अनुदानित दर पर बीज दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत प्रति राजस्व ग्राम में दो – दो किसानों को 90% अनुदान पर गेहूं का बीज दिया जा रहा है। राज्य योजना अंतर्गत गेहूं, मसूर व सरसों जैसे विभिन्न फसलों का प्रत्यक्षण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। कृषि यंत्रीकरण योजना अंतर्गत किसानों के द्वारा विभिन्न कृषि यंत्रों के क्रय हेतु ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं जिसमें यंत्रवार अनुदान प्रदान की जा रही है।
इस मौके पर डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी के कृषि वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि आज किसानों के पास घटती प्रति परिवार सीमित भूमि एवं प्राकृतिक संसाधनों तथा उनकी बढ़ती जरूरतों एवं खर्चों के कारण नई कृषि प्रणाली की आवश्यकता है, जो कि सीमित संसाधनों के समुचित उपयोग से अधिकाधिक लाभ दे सके और प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित भी रखे अपनी इन जरूरतों को पूरा करने के लिए खेती के कई घटकों, जैसे- फसल, बागवानी, पशु-पालन, कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन को एक साथ पूरक रूप से समाहित किया जाए तो कृषक परिवार अपने प्रक्षेत्र के उत्पादन से ही इन सभी समस्याओं से निदान प्राप्त कर सकते हैं।
इस मौके पर कृषि समन्वयक कौशल किशोर एवं जटाधार सिंह, बेसरबाटी के पैक्स चेयरमैन सूरज तिवारी, पथरिया के पैक्स चेयरमैन अशोक राय, पटेशरी के पैक्स चेयरमैन मो अंजार आलम, किसान सलाहकार योगेंद्र सिंह, पंकज कर्मकार, रजी अहमद, मो असरार, हेमंत गणेश आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के कृषक मौजूद रहे।
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