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ठाकुरगंज में बंगाली समुदाय द्वारा शुभ विजया मिलन सम्मेलन आयोजित, सम्मेलन में बंगाली परंपरा और संस्कृति की बिखेरी अलौलिक छटा।

सारस न्यूज, किशनगंज।

शुक्रवार की देर संध्या लाहिड़ी पूजा मंडप, ठाकुरगंज के प्रांगण में लाहिड़ी पूजा समिति के सदस्यों व बंगाली समुदाय के लोगों के द्वारा विजयादशमी के उपरांत शुभ विजया मिलन सम्मेलन का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने मंचन से बंगाली परंपरा और संस्कृति की अलौलिक छटा बिखेरी। शुभ विजया मिलन पर बंगाली समुदाय की परंपरा और संस्कृति का मिलन देखने को मिला।

विजया सम्मेलन के दौरान बंगाली समुदाय के नन्हें-मुंहे बच्चों व किशोर बालिकाओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नृत्य एवं संगीत प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोहा। जिसमें काफी तादाद में बंगाली समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के दौरान अनिमा स्मृति कला मंदिर के कलाकारों ने गीत, संगीत, नृत्य व कविता की प्रस्तुती दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में रवींद्र संगीत, बांगला गीत, कविता का पाठ किया गया। समारोह में मौजूद सभी लोगों ने एक-दूसरे को विजयादशमी की बधाई देते हुए शुभ विजया कहा। 

वहीं कार्यक्रम से पूर्व रासोश्री लाहिड़ी, संतोना लाहिड़ी एवं सपन भटाचार्य ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर उक्त विजया सम्मेलन कार्यक्रम का उद्घघाटन किया। सम्मेलन में छोटे ने बड़ों का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर अनिमा स्मृति कला मंदिर के संयोजक जयंत लाहिड़ी ने कहा कि लाहिड़ी परिवार की ओर से अपने स्थापना वर्ष 1924 से ही हर वर्ष विजया सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी हमसबों ने लाहिड़ी पूजा मंडप का 99वां विजया सम्मेलन का आयोजन किया। जयंत लाहिड़ी ने कहा कि बांग्ला भाषा व संस्कृति बहुत समृद्ध संस्कृति है। उन्होंने समुदाय के सभी लोगों से बांग्ला भाषा की गरिमा को बनाए रखने की अपील की। कार्यक्रम में मंच संचालन की भूमिका मुख्य रूप से जयदीप बनर्जी ने निभाई। वहीं इस सम्मेलन में सुब्रत लाहिड़ी, प्रदीप्ता दत्ता, दिलीप कुमार चौधरी, शिवानी दत्ता, चैताली भट्टाचार्य, हेमंती लाहिड़ी, विकास पाल, कुलदीप नारायण पोद्दार, विश्वज्योती दासगुप्ता, दीनानाथ पांडे, महाशंकर कामती, बाबली पाल, सुलिप्तो कुंडू आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

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