सारस न्यूज, किशनगंज।
शुक्रवार को प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय, उच्च विद्यालय ठाकुरगंज एवं प्लस टू उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय पौआखाली में लोक भागीदारी एवं मीडिया संभाग के विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत विद्यालय सुरक्षा से संबंधित एवं कोविड-19 के संक्रमण के एहतियात हेतु शिक्षकों को एक दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बिहार शिक्षा परियोजना किशनगंज के तत्वाधान में आयोजित उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड के कुल 959 शिक्षकों में से 165 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया एवं शेष शिक्षकाें को तिथिवार प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षक के रुप में प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में संगीता कुमारी व चंद्रदीप महतो, प्लस टू उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय पौआखाली में उदय कुमार तथा उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में राजदीप कुमार सिन्हा एवं मनेंद्र कुमार के द्वारा दी गई।
प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में प्रशिक्षक संगीता कुमारी व चंद्रदीप महतो ने
विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के बारे में शिक्षकों को विस्तृत जानकारी दी। द्वय प्रशिक्षक ने कहा कि आपदा एक प्राकृतिक और मानव सृजित घटना है। जिसके कारण समाज का जीवन अचानक बाधित हो जाता है तथा जानमाल की अत्यधिक क्षति होती है। माक ड्रिल के माध्यम से जानकरी देते हुए कहा कि विद्यालय के बच्चों को विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना को सरजमीं पर लागू किया जाना चाहिए। फोकल शिक्षकों एवं बाल प्रेरकों, विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति, हजार्ड हंट एवं इवेकुएशन मैपिग आदि का गठन अवश्य होना चाहिए। आपातकालीन स्थिति के दौरान विद्यालय परिसर में अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक उपायों को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। प्रशिक्षक राजदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि विभिन्न आपदाएं जैसे भूकंप, बाढ़, अगलगी, चक्रवाती तूफान, व्रजपात, लू, शीतलहर, सर्पदंश आदि बचाव की तैयारी विद्यालय व गृह स्तर पर जरूर करना चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि आपदा दो प्रकार के होते हैं एक प्राकृतिक आपदा तो दूसरा मानव जनित आपदा। उन्होंने दोनों तरह की आपदा पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
इस मौके पर भीम रजक, मिथिलेश पंडित, बैधनाथ प्रसाद मंडल, रत्ना चंदा, राधा देवी, तारा देवी, रणवीर यादव, त्रिवेणी कुमार, मनोज कुमार, सुर्य प्रकाश शर्मा, नवीन यादव, शाजिया शमीम, विषम लाल राय, मधुलता कुमारी, तारा देवी, राजलक्ष्मी आदि शिक्षक – शिक्षिकाएं मौजूद थे।