रविवार को ठाकुरगंज नगर अंतर्गत रेलवे फाटक के समीप क्षेत्रीय उलमाओं एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में तवाफ़ टूर एंड ट्रेवल्स का भव्य शुभारंभ किया गया। इस दौरान शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सैकड़ों की संख्या में खास लोग शामिल हुए और तवाफ दौरे के संस्थापक मौलाना शेर मोहम्मद मिस्बाही को इस नेक काम के लिए ढेरों मुबारकबाद दी।
वहीं मौलाना शेर मुहम्मद मिस्बाही ने उमराह की खासियत बताते हुए कहा कि सीमांचल का इलाका गरीबी से जूझ रहा है और यहां उमरा सस्ता होना चाहिए। लेकिन कुछ लोगों ने उमरा के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया। उमरा महंगा होने का कारण यह है कि लोग आमतौर पर एजेंट और दलाल के रूप में काम करते हैं, इसलिए वे दोनों से कमीशन लेते हैं। लेकिन तवाफ़ दौरा अपने आप में एक स्थायी दौरा है। उन्होंने यह भी कहा कि आमतौर पर लोग उमरा आधा अधूरा करके आते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता।
तवाफ दौरे की खासियत यह है कि इसमें शामिल होने से पहले उमरा जायरीनों को भारत में प्रशिक्षित किया जाएगा और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि प्रत्येक टीम के साथ एक जानकार आलिम होना चाहिए। उसके साथ भेजा जाए ताकि लोग इस आलिम के मार्गदर्शन में उमरा के सदस्यों, दायित्वों, सुन्नत और मुस्तहब और अन्य सीमाओं और शिष्टाचार को अच्छी तरह से निभा सकें। जायरीनों को वापसी टिकट, उमरा वीज़ा, चिकित्सा बीमा, जेद्दा से मक्का और अन्य यात्राओं और वाहन की व्यवस्था, होटल, दोनों समय अच्छा भोजन और नाश्ता, मक्का और मदीना के पवित्र स्थान, हीरा गुफा, थोर गुफा, मुना, मुजदलिफा, जबल रहमत, अराफात मैदान, जाराना, बद्र मैदान, बीर रूहा, बीर शिफा, उहुद मैदान, उहुद के शहीद, काबा मस्जिद, पाम गार्डन, जंग खंडाक, सबा मस्जिद, मस्जिद अली आदि स्थानों का भ्रमण जैसा सुविधाएं उपलब्ध होने में कोई कठिनाई न हो।
इस मौके पर मौलाना खतीब और इमाम जहूरूल इस्लाम नूरी, कारी अलाउद्दीन, मौलाना अमीरुद्दीन, कारी हसन मंजर, हाफिज हबीब, मौलाना अयूब, मौलाना अब्दुल रज्जाक, मुफ्ती मुस्लिम अल कादरी, मौलाना अल्तमश मिस्बाही, मौलाना तहसीन रजा, हाफिज असीरुद्दीन, कारी अब्दुल रहीम, मौलाना एजाज, मौलाना इकराम, हाफिज तौसीफ, डॉ. आसिफ सईद, जिला परिषद प्रतिनिधि अहमद हुसैन, पूर्व उप प्रमुख गुलाम मोहिउद्दीन, मुहम्मद नूर निजामुद्दीन, कैसर आलम, शमीम, नूर आलम आदि मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
रविवार को ठाकुरगंज नगर अंतर्गत रेलवे फाटक के समीप क्षेत्रीय उलमाओं एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में तवाफ़ टूर एंड ट्रेवल्स का भव्य शुभारंभ किया गया। इस दौरान शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक सैकड़ों की संख्या में खास लोग शामिल हुए और तवाफ दौरे के संस्थापक मौलाना शेर मोहम्मद मिस्बाही को इस नेक काम के लिए ढेरों मुबारकबाद दी।
वहीं मौलाना शेर मुहम्मद मिस्बाही ने उमराह की खासियत बताते हुए कहा कि सीमांचल का इलाका गरीबी से जूझ रहा है और यहां उमरा सस्ता होना चाहिए। लेकिन कुछ लोगों ने उमरा के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया। उमरा महंगा होने का कारण यह है कि लोग आमतौर पर एजेंट और दलाल के रूप में काम करते हैं, इसलिए वे दोनों से कमीशन लेते हैं। लेकिन तवाफ़ दौरा अपने आप में एक स्थायी दौरा है। उन्होंने यह भी कहा कि आमतौर पर लोग उमरा आधा अधूरा करके आते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता।
तवाफ दौरे की खासियत यह है कि इसमें शामिल होने से पहले उमरा जायरीनों को भारत में प्रशिक्षित किया जाएगा और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि प्रत्येक टीम के साथ एक जानकार आलिम होना चाहिए। उसके साथ भेजा जाए ताकि लोग इस आलिम के मार्गदर्शन में उमरा के सदस्यों, दायित्वों, सुन्नत और मुस्तहब और अन्य सीमाओं और शिष्टाचार को अच्छी तरह से निभा सकें। जायरीनों को वापसी टिकट, उमरा वीज़ा, चिकित्सा बीमा, जेद्दा से मक्का और अन्य यात्राओं और वाहन की व्यवस्था, होटल, दोनों समय अच्छा भोजन और नाश्ता, मक्का और मदीना के पवित्र स्थान, हीरा गुफा, थोर गुफा, मुना, मुजदलिफा, जबल रहमत, अराफात मैदान, जाराना, बद्र मैदान, बीर रूहा, बीर शिफा, उहुद मैदान, उहुद के शहीद, काबा मस्जिद, पाम गार्डन, जंग खंडाक, सबा मस्जिद, मस्जिद अली आदि स्थानों का भ्रमण जैसा सुविधाएं उपलब्ध होने में कोई कठिनाई न हो।
इस मौके पर मौलाना खतीब और इमाम जहूरूल इस्लाम नूरी, कारी अलाउद्दीन, मौलाना अमीरुद्दीन, कारी हसन मंजर, हाफिज हबीब, मौलाना अयूब, मौलाना अब्दुल रज्जाक, मुफ्ती मुस्लिम अल कादरी, मौलाना अल्तमश मिस्बाही, मौलाना तहसीन रजा, हाफिज असीरुद्दीन, कारी अब्दुल रहीम, मौलाना एजाज, मौलाना इकराम, हाफिज तौसीफ, डॉ. आसिफ सईद, जिला परिषद प्रतिनिधि अहमद हुसैन, पूर्व उप प्रमुख गुलाम मोहिउद्दीन, मुहम्मद नूर निजामुद्दीन, कैसर आलम, शमीम, नूर आलम आदि मौजूद थे।