सारस न्यूज, किशनगंज।
गत 16 जून शुक्रवार को देर रात नगर पंचायत ठाकुरगंज के वार्ड संख्या एक जिलेबियामोर पर स्थित तथाकथित एक निजी नर्सिंग होम में ईलाज के दौरान नवजात शिशु के साथ महिला की मृत्यु के मामले में डीएम के निर्देश पर गठित पांच सदस्यीय जांच टीम स्थलीय जांच करने हेतु ठाकुरगंज पहुंचे। गठित जांच टीम में शामिल वरीय उपसमाहर्ता रंजीत कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार, अंचल अधिकारी ओमप्रकाश भगत, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार एवं ठाकुरगंज थानाध्यक्ष सतीश कुमार हिमांशु ने संयुक्त रूप से नर्सिंग होम तथा उपरोक्त घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जांच की। तथाकथित नर्सिंग होम के ग्राउंड फ्लोर के विभिन्न कमरों तथा भवन के अर्धनिर्मित प्रथम तल एवं छत पर जांच टीम ने हर एक कोने का जांच किया। जांच के दौरान प्रथम तल के एक अर्धनिर्मित कमरे में स्लाइन स्टैंड तथा छत पर कई स्लाइन के खाली बोतलें पाई गई। नर्सिंग होम के प्रचार के लिए छत पर एक फ्लैक्स स्टैंड पाया गया, जिसका फ्लैक्स को फाड़कर हटा दिए जाने जैसा दिखा। जांच टीम ने स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की। पुछताछ के बाद कई लोगों से नर्सिंग होम के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई एवं लोगों से लिखित रूप में नर्सिंग होम की जानकारी ली गई। इसके उपरांत जांच टीम पीड़ित के गांव धोकरपेट के लिए प्रस्थान कर गई।
बताते चलें कि एक सप्ताह पूर्व 16 जून को ठाकुरगंज प्रखंड के जिरनगच्छ पंचायत के धोकरपेट वार्ड नंबर तीन के निवासी सानिया बेगम ( उम्र 23 वर्ष ) सहित नवजात शिशु की मृत्यु नगर पंचायत ठाकुरगंज के वार्ड नं एक जिलेबियामोर में स्थित तथाकथित नर्सिंग होम में ईलाज के दौरान हो गई। मृत्यु होने के उपरांत इस घटना के बाद पीड़ित पति मो इस्तियाक के चीख -पुकार से आसपास के लोग एवं पीड़ित के स्वजन नर्सिंग होम जमा होने लगते हैं। इसके बाद पीड़ित के स्वजन सहित स्थानीय लोगों ने नर्सिंग होम में जमकर बवाल काटा तथा पीड़ित पति के साथ स्थानीय लोग उक्त तथाकथित नर्सिग होम संचालनकर्ताओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। लेकिन इसी बीच नर्सिंग होम संचालन करने वाले घटनास्थल से फरार हो गए। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठाकुरगंज पुलिस ने स्थल पहुंच मामले को शांत कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई के लिए पीड़ित से लिखित आवदेन की बात कही गई थी। पर पीड़ित के द्वारा किसी भी तरह कोई लिखित शिकायत नहीं किए जाने के कारण पुलिसिया कार्रवाई नहीं हो पाई। पर विभिन्न समाचार पत्रों में उक्त मामले से संबंधित खबरें प्रकाशित होने पर डीएम ने पांच सदस्यीय जांच टीम गठित कर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए थे।
वहीं पांच सदस्यीय जांच टीम के सदस्य सह वरीय उपसमाहर्ता रंजीत कुमार ने बताया कि जिला पदाधिकारी ने तथाकथित नर्सिंग होम का जांच व निरीक्षण कर तत्काल प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश दिए है। इसके आलोक में पांच सदस्यीय जांच टीम ने स्थलीय निरीक्षण कर सभी पहलुओं का बिंदुवार जांच किया गया है। जांचोपरांत प्रतिवेदन तैयार कर अग्रेतर कार्रवाई के लिए अतिशीघ्र रिपोर्ट समर्पित कर दी जाएगी।