दुर्गापूजा को लेकर प्रशासनिक पहल तेज, दंडाधिकारियों के साथ डीडीसी ने बैठक में दिए निर्देश, बिना लाइसेंस के नहीं लगेंगे पूजा पंडाल 148 जगहों पर दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त।
दुर्गापूजा में विधि व्यवस्था को नियंत्रित रखने को लेकर शनिवार को डीएम के निर्देश पर डीडीसी ने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक किया। डीएम एवं एसपी के द्वारा जारी आदेश से अवगत कराते हुए डीडीसी मनन राम ने कहा कि दो वर्ष कोरोना काल के बाद दुर्गा पूजा जिले में भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। इसमे लोगों के भीड़ उमड़ने की संभावना है।सभी अधिकारियों को अपने अपने निर्धारित स्थलों पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया। डीडीसी ने छोटी से छोटी घटनाओं को भी नजरअंदाज नही करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 125 दुर्गा की प्रतिमा स्थापित है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी पूजा स्थल बिना लाइसेंस का नहीं होना चाहिए।
इसकी संयुक्त जिम्मेदारी एसडीएम व एसडीपीओ की है। लाइसेंस में ही विसर्जन का रूट एवं समय निर्धारित होना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में रूट में कोई परिवर्तन नहीं होगा। उन्होंने अग्निशमन पदाधिकारी को यह सुनिश्चित करने को कहा कि पंडाल फायर रितारडेन्ट सॉल्यूशन वाले कपड़े से ही बना हो। जिले में 148 जगहों पर दण्डाधिकारी तैनात किए गए हैं। किशनगंज प्रखण्ड में 37, कोचाधामन में 20, बहादुरगंज में 22, दिघलबैंक में 14, ठाकुरगंज में 26, पोठिया में 13 एवं टेढ़ागाछ में 16 जगहों पर दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गए हैं।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
दुर्गापूजा में विधि व्यवस्था को नियंत्रित रखने को लेकर शनिवार को डीएम के निर्देश पर डीडीसी ने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक किया। डीएम एवं एसपी के द्वारा जारी आदेश से अवगत कराते हुए डीडीसी मनन राम ने कहा कि दो वर्ष कोरोना काल के बाद दुर्गा पूजा जिले में भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। इसमे लोगों के भीड़ उमड़ने की संभावना है।सभी अधिकारियों को अपने अपने निर्धारित स्थलों पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया। डीडीसी ने छोटी से छोटी घटनाओं को भी नजरअंदाज नही करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 125 दुर्गा की प्रतिमा स्थापित है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी पूजा स्थल बिना लाइसेंस का नहीं होना चाहिए।
इसकी संयुक्त जिम्मेदारी एसडीएम व एसडीपीओ की है। लाइसेंस में ही विसर्जन का रूट एवं समय निर्धारित होना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में रूट में कोई परिवर्तन नहीं होगा। उन्होंने अग्निशमन पदाधिकारी को यह सुनिश्चित करने को कहा कि पंडाल फायर रितारडेन्ट सॉल्यूशन वाले कपड़े से ही बना हो। जिले में 148 जगहों पर दण्डाधिकारी तैनात किए गए हैं। किशनगंज प्रखण्ड में 37, कोचाधामन में 20, बहादुरगंज में 22, दिघलबैंक में 14, ठाकुरगंज में 26, पोठिया में 13 एवं टेढ़ागाछ में 16 जगहों पर दण्डाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गए हैं।
Leave a Reply