किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेती करने वाले किसानों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार सरकार सहायता कर रही है। इसी क्रम में बिहार सरकार की ओर से ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए राज्य के किसानों को पचास फीसदी सब्सिडी दिए जाने का दावा किया जा रहा है। ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए दो हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त मामले की जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के सहायक निदेशक रजनी सिन्हा ने बताया कि उद्यान निदेशालय की ओर से राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को अनुदान देने की घोषणा की गई है।
विभाग द्वारा इस वर्ष इस खेती के क्षेत्र विस्तार के लिए दो हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। सब्सिडी की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की खेती के लिए प्रति यूनिट एक लाख पच्चीस हजार रुपये लागत है। जिसमें सरकार 50 फीसदी सब्सिडी को दो किस्तों में देगी। प्रथम वर्ष को पहला किस्त 75 फीसदी सब्सिडी, दूसरी किस्त 25 फीसदी सब्सिडी किसानों को मिलेगी। ड्रैगन फ्रूट कैक्टस प्रजाति का है। इसमें पानी की खपत बहुत कम होती है। ड्रैगन फ्रूट सेहत के लिए है लाभदायक है। इस फल का प्रयोग कई बीमारियों में लाभदायक माना गया है। इम्युनिटी पावर बढ़ाता है।
कृषि वैज्ञानिक हेमंत सिंह ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी होता है। जिसके चलते इसमें इम्युनिटी पावर बढ़ाने की क्षमता होती है । इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता भी होती है। इस समय इसे खाने से लोगों को बहुत फायदा होगा। सिंह ने बताया कि यह फल डायबिटीज व अस्थमा जैसी बीमारियों में भी लाभप्रद होता है। एक ड्रैगन फ्रूट में 60 कैलोरी होती है। किसान इस फसल की खेती कर बड़े पैमाने पर इसका फायदा उठा सकते हैं ।
सारस न्यूज टीम, ठाकुरगंज।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेती करने वाले किसानों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार सरकार सहायता कर रही है। इसी क्रम में बिहार सरकार की ओर से ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए राज्य के किसानों को पचास फीसदी सब्सिडी दिए जाने का दावा किया जा रहा है। ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए दो हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त मामले की जानकारी देते हुए उद्यान विभाग के सहायक निदेशक रजनी सिन्हा ने बताया कि उद्यान निदेशालय की ओर से राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को अनुदान देने की घोषणा की गई है।
विभाग द्वारा इस वर्ष इस खेती के क्षेत्र विस्तार के लिए दो हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। सब्सिडी की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की खेती के लिए प्रति यूनिट एक लाख पच्चीस हजार रुपये लागत है। जिसमें सरकार 50 फीसदी सब्सिडी को दो किस्तों में देगी। प्रथम वर्ष को पहला किस्त 75 फीसदी सब्सिडी, दूसरी किस्त 25 फीसदी सब्सिडी किसानों को मिलेगी। ड्रैगन फ्रूट कैक्टस प्रजाति का है। इसमें पानी की खपत बहुत कम होती है। ड्रैगन फ्रूट सेहत के लिए है लाभदायक है। इस फल का प्रयोग कई बीमारियों में लाभदायक माना गया है। इम्युनिटी पावर बढ़ाता है।
कृषि वैज्ञानिक हेमंत सिंह ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट में विटामिन सी होता है। जिसके चलते इसमें इम्युनिटी पावर बढ़ाने की क्षमता होती है । इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता भी होती है। इस समय इसे खाने से लोगों को बहुत फायदा होगा। सिंह ने बताया कि यह फल डायबिटीज व अस्थमा जैसी बीमारियों में भी लाभप्रद होता है। एक ड्रैगन फ्रूट में 60 कैलोरी होती है। किसान इस फसल की खेती कर बड़े पैमाने पर इसका फायदा उठा सकते हैं ।
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