डीएम श्रीकांत शास्त्री ने शनिवार को कृषि टास्क फोर्स की बैठक किया। उन्होंने कहा कि बैंक खातों को केवाईसी से लिंक करने के लिए विभाग ने 31 अगस्त तक डेडलाइन जारी किया है। निर्धारित समय सीमा तक केवाईसी नहीं करवाने वाले किसान का अगली माह यथा सितंबर से किसान सम्मान निधि योजना का लाभ बंद कर दिया जाएगा। सनद रहे कि जिले में किसान सम्मान निधि योजना का लाभ 1 लाख 23 हजार 486 किसान ले रहे हैं। जिसमें 29 हजार 978 किसानों ने केवाईसी नहीं करवाया है। डीएम ने बैठक में कहा कि जिले में बर्षापात नहीं होने से धान की खेती प्रभावित हो रही है। पटवन के लिए डीजल पर अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि किसान सलाहकार के माध्यम से गांव गांव में व्यापक प्रचार प्रसार करवाएं ताकि अधिक से अधिक किसान ऑनलाइन आवेदन कर सके।
उन्होंने सहायक निदेशक उद्यान को तय लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया। राष्ट्रीय उद्यान द्वारा टिश्यू कल्चर केला का लक्ष्य 120 हेक्टयर, ड्रैगन फ्रूट का लक्ष्य 0.2 हेक्टेयर, अनानास का लक्ष्य 90 हेक्टेयर एवं सघन बागबानी का लक्ष्य 25 हेक्टेयर है। डीएम ने राजकीय नल कूप विभाग के कार्यपालक अभियंता को कहा कि प्रत्येक सप्ताह बन्द पड़े पांच पांच नलकूप की मरम्मत कर चालू कराएं।
आवश्यकता पड़े तो जिला कृषि पदाधिकारी से समन्वय कर इसे सुनिश्चित करें। आधे से अधिक नलकूप खराब जिले में राजकीय नल कूप की संख्या 146 है। इनमें से 65 ही चालू है। अभी जिले में धान की फसल लगी हुई है। धान की अच्छी पैदावार के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। ऐसे में सरकारी नलकूप की जरूरत है। डीएम ने प्रत्येक सप्ताह कम से कम पांच पांच बन्द नलकूप को चालू करवाने को कहा है।
29 हजार 978 किसानों ने नहीं करवाया है केवाईसी जिले में किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या एक लाख 23 हजार 486 है। इनमें से 95 हजार 508 किसानों ने ही अब तक केवाईसी करवाया है। जिले में 29 हजार 978 किसान केवाईसी नहीं करवाया है। 31 अगस्त के बाद ऐसे किसानों का किश्त बन्द हो जाएगा। सबसे अधिक किसान कोचाधामन प्रखण्ड के हैं।
बहादुरगंज प्रखण्ड में किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसान की संख्या 13,230 है। इनमें से 3428 किसान केवाईसी नहीं करवाया है। दिघलबैंक प्रखण्ड में किसानों की संख्या 9142 है। इनमें से 2374 ने केवाईसी नहीं करवाया है। किशनगंज प्रखण्ड में 10839 किसान हैं। इनमें 2377 किसानों ने केवाईसी नहीं करवाया है। कोचाधामन प्रखण्ड में लाभ लेने वाले 43 375 किसान हैं। इनमें से 8632 किसान ने केवाईसी नहीं करवाया है।पोठिया प्रखण्ड में 16657 किसान लाभ ले रहे हैं। इनमें 4119 किसानों ने केवाईसी नहीं करवाया है।
टेढ़ागाछ प्रखण्ड में लाभ लेने वाले किसानों की संख्या 17251 है। इनमें से 3998 किसानों ने केवाईसी नहीं करवाया है। ठाकुरगंज प्रखण्ड में 12992 किसान लाभ ले रहे हैं। इनमें से 3050 किसानों ने केवाईसी नहीं करवाया है।